भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि आंचलिक विकास ही जीवन का लक्ष्य बन जाता है तब कोई भी पद तुच्छ हो जाता है। मैहर क्षेत्र में पूर्व विधायक नारायण प्रसाद त्रिपाठी ने जब देखा कि कांग्रेस में विकास का कोई अवसर नहीं है तो उन्होंने विधायिकी से तौबाकर ली और इस्तीफा देकर मैहर के विकास के लिए भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया। याद दिला दें त्रिपाठी पहले भी विधायक ही थे, जीते तो अब भी विधायक ही रहेंगे।
- समझ नहीं आया शिवराज का लॉजिक
- क्या क्षेत्र के विकास के लिए दल बदलना जरूरी है।
- क्या वो उन इलाकों का विकास नहीं होने देते जहां बीजेपी का विधायक नहीं है।
- क्या क्षेत्र के विकास के लिए उन्होंने भी दल बदला था।
- यदि नहीं तो क्या कांग्रेस शासनकाल में उन्होंने क्षेत्र का विकास नहीं किया।
- क्या क्षेत्र के विकास के लिए वो भविष्य में दल बदलेंगे ?
- जिन राज्यों में बीजेपी की सरकार नहीं है क्या वहां बीजेपी विधायकों को दल बदलना चाहिए ?