भोपाल. केन्द्र सरकार की स्वर्ण जयंती स्वरोजगार योजना (एसजेएसआरवाय) के नाम पर देशभर में ठगी का गोरखधंधा चल रहा है। बेरोजगारों को सरकारी नौकरी देने के नाम पर पैसे ऐंठे जा रहे हैं। कई युवा जाल में फंस चुके हैं, जबकि यह योजना वर्ष 2011 में ही बंद हो चुकी है।
आमजन को अपने जाल में फंसाने के लिए ठग नित-नए तरीके अपना रहे हैं। कभी लकी ड्रा में इनाम के नाम पर तो कभी महंगे मोबाइल सस्ते में मुहैया कराने का लालच देकर। ये लोग कॉल कर ऐसी लुभावनी बातें करते हैं कि भोली-भाली जनता इनके झांसे में आ जाती है। इसके बाद ये लोगों से पैसा ऐंठकर रफूचक्कर हो जाते हैं।
क्या है मामला
पिछले दिनों ऐसा ही एक मामला सामने आया, जिसमें केन्द्र सरकार की स्वर्ण जयंती स्वरोजगार योजना के नाम पर शिक्षित बेरोजगारों को नौकरी का झांसा दिया गया। इसमें उम्मीदवारों को बाकायदा नियुक्ति पत्र भेजकर, उन्हें ग्राहक सेवा प्रतिनिधि के पद पर चयनित होने की जानकारी दी गई। उन्हें बताया गया कि ट्रेनिंग और नियुक्ति दोनों एक ही जगह पर दी जाएगी। अरुण यादव नामक कथित डायरेक्टर के नाम से भेजे इस पत्र में मुफ्त में लैपटॉप और मोबाइल देने की बात भी कही गई। चुनिंदा उम्मीदवारों को तो रहना-खाना भी फ्री में देने का लालच दिया गया।
नौकरी पर रखने का लालच
नियुक्ति पत्र में भारत सरकार का नाम, मोनो भी छपा हुआ है। उसमें महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) का उल्लेख है। उन्हें 27500 रुपए प्रतिमाह वेतन और वर्ष 2040 तक नौकरी पर रखने का लालच दिया गया है। पत्र में हर वर्ष 5 फीसदी की दर से वेतन में बढ़ोतरी की बात कही गई है। स्वर्ण जयंती स्वरोजगार योजना सेवा केन्द्र देश के सभी राज्यों में होने का दावा किया गया है। इसमें भोपाल, मुंबई, पुणे, इंदौर, लखनऊ, जयपुर, अहमदाबाद समेत देश के अधिकांश बड़े शहर शामिल हैं। ये केन्द्र 12 भाषाओं में संचालित हैं। पत्र के साथ जो दस्तावेज भेजे गए हैं, उसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की फोटो के अलावा दिल्ली, मुंबई, इंदौर स्थित केन्द्रों के चित्र भी हैं।
अजीबोगरीब शर्त
नौकरी ज्वाइन करने के पहले बेरोजगारों को 13750 रुपए बतौर सुरक्षा निधि देना होगा। इसमें दिव्यांग को छूट देते हुए मात्र 6800 रुपए देने को कहा है। यह राशि सचिव, स्वर्ण जयंती स्वरोजगार सेवा केन्द्र के नाम से सरकारी बैंक में जमा करानी होगी। लेकिन यह रकम चैक, डिमांड ड्राफ्ट के बजाय नकद देनी होगी। इसके अलावा नियुक्ति पत्र मिलने के दो दिन के भीतर राशि जमा नहीं हुई तो नियुक्ति रद्द करने की चेतावनी दी गई है।
मोबाइल नंबर बंद, वेबसाइट फर्जी
मामले की जांच करते हुए पत्र में लिखे मोबाइल नंबर 9718892560 पर कॉल किया तो बंद था। इसके अलावा पत्र में दर्शाई गई वेबसाइट swarnjayantirozgaryojana.com नामक कोई साइट इंटरनेट पर अस्तित्व में ही नहीं है।