इंदौर। लोकायुक्त पुलिस ने मंडी इंस्पेक्टर को 15 हजार की रिश्वत लेते पकड़ा है। आरोपी एक अनाज व्यापारी से उसकी दुकान का असेसमेंट करने के लिए रुपयों की मांग कर रहा था। लोकायुक्त पुलिस ने जैसे ही उसे पकड़ा, वह कहने लगा कि उसे दिल की बीमारी है, इसलिए छोड़ दिया जाए।
डीएसपी एसएस यादव ने बताया कि अनाज व्यापारी नौशाद मंसूरी की शिकायत पर मंडी इंस्पेक्टर एमएस मैहरोलिया को 15 हजार की रिश्वत लेते पकड़ा है। आरोपी नौशाद की दुकान का असेसमेंट करने के एवज में रुपयों की मांग कर रहा था। नौशाद ने शनिवार को लोकायुक्त में शिकायत की थी। सोमवार दोपहर उसने ऑफिस में रुपए लेकर बुलाया। यहां रिश्वत लेकर उसने जैसे ही अपनी जेब में रखी, हमने उसे पकड़ लिया। पकड़ में आने पर आरोपी कहने लगा, मुझे दिल की बीमारी है। मुझे छोड़ दीजिए। जब मीडिया उसके फोटो लेने लगा तो वह अधिकारियों से निवेदन कर रहा था कि मुझे मीडिया के सामने मत ले जाइए, मेरा फोटो नहीं छपना चाहिए।
नौशाद ने बताया कि मेरी अनाज मंडी में जेनिथ ट्रेडिंग के नाम से दुकान है। मुझे अपनी दुकान का पिछले तीन साल का असेसमेंट मंडी इंस्पेक्टर से करवाना था। मैं मंडी इंस्पेक्टर एमएस मैहरोलिया से मिला। उन्होंने हर साल के पांच हजार के हिसाब से 15 हजार रिश्वत की मांग की। मैंने उन्हें बताया कि दो साल मैंने व्यापार नहीं किया है, लेकिन मैहरोलिया नहीं माना और बिना पैसे के काम नहीं करने की बात पर अड़ गया। मैं करीब 6 माह से परेशान हो रहा था। आखिरकार मैंने लोकायुक्त को शिकायत की।