भोपाल। वॉट्सएप ग्रुप 'अध्यापक जगत मप्र' पर गुरुवार सुबह आए मैसेज 'संविदा शिक्षक भर्ती प्रक्रिया घोषित' से स्कूल शिक्षा विभाग में खलबली मच गई। यह मैसेज विभाग के मंत्री पारसचंद्र जैन के नाम से लोड हुआ है। विभाग मैसेज को गंभीरता से लेते हुए साइबर क्राइम को मामला सौंप रहा है। वहीं मामले में लिप्त कर्मचारियों पर कार्रवाई की भी तैयारी है।
प्रदेश में 39 हजार संविदा शिक्षकों की भर्ती होना है। पिछले डेढ़ साल से प्रक्रिया अटकी हुई है। इसी बीच गुरुवार को वॉट्सएप पर यह मैसेज आ गया। मैसेज पढ़ते ही संविदा शिक्षक परीक्षा की तैयारी कर रहे युवाओं ने विभाग के अधिकारियों से पूछताछ शुरू कर दी। पहले तो अधिकारियों ने युवाओं को बताया कि मैसेज गलत है, किसी के झांसे में न आएं, लेकिन फोन कॉल बढ़े तो आयुक्त के निजी सहायक हनुमत सिंह पटेल ने भर्ती विंग से जुड़े अधिकारियों ने बाकायदा नोटशीट तैयार कराकर मामला प्रभारी आयुक्त लोक शिक्षण दीप्ति गौढ़ मुकर्जी के सामने रख दिया।
सूत्र बताते हैं कि मंत्री के नाम से मैसेज लोड हुआ है। इसलिए विभाग के अधिकारी किसी तरह का खतरा मोल नहीं लेना चाहते हैं। शुक्रवार को आयुक्त इस मामले में अंतिम निर्णय लेंगी। हालांकि साइवर क्राइम को मामला सौंपा जाना तय है। सूत्र बताते हैं कि भोपाल से धीरज से जानकारी मिलने के बाद नरसिंहपुर डाइट में पदस्थ एक महिला कर्मचारी ने यह मैसेज वॉट्स अप पर लोड किया है। मैसेज में चयन परीक्षा का पूरा कार्यक्रम दिया गया है। जिससे प्रदेशभर में हलचल शुरू हो गई है।
वर्तमान में यह है स्थिति
वर्तमान में निःशक्तों के आरक्षण के कारण भर्ती प्रक्रिया अटकी हुई है। भर्ती नियम एक साल पहले बन चुके हैं। इसके बाद पीईबी चयन परीक्षा की संभावित तारीख भी घोषित कर चुका था, लेकिन आरक्षण प्रक्रिया में लेटलतीफी के चलते तारीख कैंसल करनी पड़ी।