
इस बीच रिक्शा चालकों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। एसएसपी राजेश कुमार पांडेय के मुताबिक, सुबूतों को मिटाने और उन्हें प्रभावित करने के आरोप में अरेस्ट किया गया है। रिक्शा चालकों को गुरुवार को कोर्ट में पेश कर 14 दिन की पुलिस कस्टडी रिमांड की मांग की जाएगी। इसके साथ ही साथ दोनों का पॉलीग्राफिक और नारकोटेस्ट के लिए इजाजत मांगेगी।
बार-बार बदल रहे बयान
पहले दिन दोनों रिक्शा चालकों ने बताया कि उन्होंने शव को 11 फरवरी को शौच करने जाते समय देखा था।इसके बाद हुई पूछताछ में बताया कि उन्होंने शव को फंदे से लटके हुए देखा था। बाद में बताया कि शव को पेड़ से बंधे हुए देखा था। दोनों रिक्शा चालक पहले शव देखने वाला एक दूसरे को बताते रहे। सीडीआर आने के बाद उन्होंने बताया कि वे 10 फरवरी की शाम को स्मैक पीने आए थे। इसके बाद उन्होंने शव को देखा और मोबाइल और ब्लेजर ले लिया।