
प्रथम दृष्टया जांच में यह पता चला है कि ओबीसी के छात्रों द्वारा अपनी जाति लिखी जाती थी लेकिन स्कूल संचालक द्वारा उन छात्रों की ना केवल जाति बदल जाती बल्कि फर्जी जाति प्रमाण पत्र भी संलग्न भी कर देते थे जिसके आधार पर छात्र का आनलाइन पंजीयन भी हो जाता था। शिक्षा विभाग की वेबसाइड में उन छात्रों को एसटी वर्ग के छात्रों के रूप में दर्शाया जाता था।
इस मामले की शिकायत लालबर्रा क्षेत्र के ग्राम नगपूरा के पूर्व सरपंच सतानंद दमाहे ने की थी। एसपी गौरव तिवारी ने अवगत कराया की इस मामले की विस्तृत जांच के लिये विशेष जांच दल का गठन किया गया है जिसमें अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री नीरज सोनी, एसडीओ पुलिस वारासिवनी आर एस राज को रखा गया है।श्री तिवारी ने यह भी अवगत कराया की जिले में किसी भी अभिभावक को ऐसे किसी मामले की जानकारी मिलती है तो वे अपने क्षेत्र के पुलिस थाने में शिकायत दर्ज करायें।