बालाघाट। फर्जी टीपी केस की जांच के दौरान आदिवासियों की भूमि से सैकड़ों हरे पेड़ो के कत्लेआम होने का मामला उजागर होने के बाद अब एसआईटी ने राजस्व अमले पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। मलाजखंड थाने के कटंगी गांव में ऐसा ही एक मामला उजागर हुआ है। यहां नियमों से खिलवाड़ कर पेड़ों को बिना कटे ही जब्ती बनाने के मामले में एसआईटी ने 5 लोगों पर मामला दर्ज किया है जिसमें 1 पटवारी और 1 मुंशी बालगोविंद को गिरफ्तार कर लिया गया है। इन लोगों से अभी पूछताछ जारी है। पुलिस को उम्मीद है कि पटवारी से पूछताछ के दौरान विभाग के कई अन्य कर्मचारी बेनकाब होंगे।
पेड़ों की अवैध कटाई के मामले में जांच कर पुलिस के सामने एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। पुलिस थाना प्रभारी संजय रावत के मुताबिक हल्का न. 49 के पटवारी पुनीत रहांगडाले ने वन माफिया से साठगांठ कर मलाजखंड के कटंगी गांव निवासी आदिवासी किसान यमन सिंह धुर्वे की जमीन पर लगे 123 शाल और 2 साजा के पेड़ों के कटे बिना ही उनकी जब्ती बना दी। जबकि जो पेड़ दस्तावेज में कटे हुए दिखाए गए हैं वे आज भी अपनी जगह खड़े हैं। इस मामले का खुलासा होने के बाद पुलिस ने आरोपी पटवारी सहित अन्य लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी, षड्यंत्र और कार्य में लापरवाही समेत कई धाराओं में मुकदमा दर्ज कर कोर्ट में पेष कर 2 दिनों की रिमांड में लिया है।