छतरपुर। छतरपुर (एमपी) जिले की नौगुवां रियासत की रानी और राजकुमारी की संदिग्ध अवस्था में मौत हो गई। दोनों का शव 2 दिन तक महल में ही पड़ा रहा। गुरुवार सुबह उनकी मौत का पता चला। रानी के बेटे पत्नी के साथ झांसी गए हुए थे। सूत्रों के मुताबिक उनके रिश्तेदारों से शुरुआती पूछताछ हुई है। जांच में क्या मिला है
रियासत की रानी 60 साल की युवरानी थी, जिनके पति रायविजय बहादुर सिंह का एक एक्सीडेंट में पहले ही निधन हो गया था। वहीं, राजकुमारी 40 साल की बेबीराजा थी। मौके पर जांच के बाद पुलिस को पूरा मामला संदिग्ध नजर आया। महल की आंगन में टूटे दांत और शर्ट के बटन मिले हैं। मामले की बारीकी से जांच के लिए छतरपुर से एफएसएल और डॉग स्क्वायड टीम को बुलाया।
दो दिन से नहीं खुला था दरवाजा
मामले की जानकारी तब हुई जब महल में दूध पहुंचाने वाली एक महिला ने बुधवार को महल का गेट खटखटाए। जब गेट नहीं खुला तो महिला वापस चली गई। गुरुवार की सुबह भी वह दूध देने आई। पर जब इस बार भी गेट नहीं खुला तो उसने गांव के लोगों को बुलाकर गेट ना खुलने की बात बताई। इसके बाद गांव वालों ने मामले की जानकारी पुलिस को दी।
हीटर से जला राजकुमारी का हाथ
सूचना मिलने के बाद पुलिस ने मौके पर जाकर पाया कि रानी और उनकी बेटी राजकुमारी बेबीराजा मृत थे। मौके पर जांच पड़ताल की तो राजकुमारी के हाथ का पंजा रूम हीटर पर रखा हुआ था। उनका हाथ जल चुका था। उनके पास ही मां का भी शव पड़ा था।