रतलाम। जिले में कई आला अधिकारियों इस माह का वेतन नहीं मिलेगा. इतना ही नहीं कलेक्टर बी. चन्द्रशेखर ने खुद अपना वेतन भी रुकवा दिया है. साधिकार अभियान में 100 फीसदी टारगेट पूरा नहीं करने पर कलेक्टर ने यह आदेश जारी किया है. इसके बाद जिला शिक्षा अधिकारी, बीईओ, बीआरसी समेत महिला बाल विकास के कार्यक्रम अधिकारी और सीएमएचओ की फरवरी माह की तनख़्वाह रुक गई है.
प्रदेश के किसी भी जिले में यह पहला मौका है जब किसी कलेक्टर ने अपना खुद का वेतन रुकवाया हो. कलेक्टर ने शाला अप्रवेशी, शाला त्यागी बच्चों की जानकारी, टीकाकरण और लाड़ली लक्ष्मी बचत पत्र के टारगेट पूरे नहीं होने की वजह से विभाग प्रमुखों पर यह कार्रवाई की है. कलेक्टर बी. चन्द्रशेखर का कहना है कि सभी विभाग उनके अधीनस्थ आते हैं, तो उनकी भी जिम्मेदारी बनती है. इसलिए वे खुद भी वेतन नहीं लेंगे. इस दौरान कार्य में लापरवाही के मामले में कलेक्टर ने रावटी तहसीलदार अमिता सिंह तोमर का निलंबन प्रस्ताव भी तैयार करवाया है, जो कमिश्नर उज्जैन को भेजा जाएगा. जिले में इन दिनों साधिकार अभियान का दूसरा दौर जारी है. इस अभियान के तहत अधिकारी घर-घर जाकर आम लोगों को 23 सरकारी योजनाओं का लाभ देते है. सीएम शिवराज सिंह चौहान ने खुद इस अभियान की तारीफ कर इसी पूरे प्रदेश में लागू किया है.