खंडवा। 20 महिलाओं ने 40 दिन तक गैंती-छैनी थाम पत्थरों में खुदाई की। चट्टान तोड़ने वाली 26 साल की महिला के हाथों में छाले तक पड़ गए। 41वें दिन उनकी मेहनत सफल हुई जब जमीन की झिर से पानी रिसना शुरू हुआ।
खंडवा जिले के खालवा गांव में 1900 लोगों की आबादी। गांव में पानी की किल्लत है। दो हैंडपंप सूख गए और दो किमी दूर से पानी लाने की मजबूरी। महिलाओं ने कपिल धारा योजना के तहत गांव में नया कुआं खोदने का प्रस्ताव दिया, लेकिन वह फाइलों में ही अटका रहा। फिर क्या था... महिलाओं ने गैंती- छैनी थाम कर खुदाई शुरू कर दी। 20 महिलाएं चालीस दिन तक रोजाना पांच से सात घंटे इस काम में जुटी रहीं। आखिरकार 41वें दिन 25 फीट की खुदाई के बाद ही उम्मीद की झिर से पानी रिसना शुरू हो गया। चट्टान तोड़ने वाली फूलवती कहती हैं, गांव के मर्द हमारा मजाक उड़ाते थे। वे कहते थे कि कुआं खोदना महिलाओं के बस की बात नहीं है। हमने अपने काम से उन्हें जवाब दे दिया है।