सुधीर ताम्रकार/बालाघाट। परिवार नियोजन कार्यक्रम के क्रियान्वयन में अग्रणी बने रहने एवं लक्ष्यपूर्ति के लिये बालाघाट जिले में स्वास्थ्य विभाग पडोसी राज्य की महिलाओं तथा पूरूषों की नसबंदी कर रहा है। इस तरह का मामला बालाघाट जिले से छत्तीसगढ की सीमा से लगे बिरसा विकासखण्ड में प्रकाश में आया है।
बिरसा के सरकारी अस्पताल में सम्पन्न हुये नसबंदी शिविर में 60 महिलाओं के नसबंदी आपरेशन हुये जिसमें लगभग 20 महिलायें छत्तसीगढ राज्य के ग्राम रेंगाखार, झलमला, गंडई, कवर्धा, चारभाटा गांव सहित राजनांदगांव जिले की महिलायें निजि वाहन से शिविर में नसबंदी करने पहुची थी। शिविर में आई महिलाओं ने बताया की पूर्व में बिलासपूर में नसबंदी आपरेशन के दौरान महिलाओं की मौत हो जाने से वहां नसबंदी शिविर नही लगाये जा रहे है।
उन्होने यह भी बताया की पूरूषों को नसबंदी पर 2 हजार रूपये तथा महिलाओं को शासन की ओर से 1400 रूपये दी जाती है इस कारण से वे नसबंदी कराने आई है इस शिविर में नसबंदी आपरेशन बिरसा बीएमओ मदन मेश्राम एवं डाक्टर आर के चतुर्वेदी ने किये, डाक्टर मदन मेश्राम ने अवगत कराया की बिरसा से लगे निकटवर्ती राज्य छत्तसीगढ से गरीब तबके के लोग यहां नसबंदी करने आते है।