इंदौर। मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग (पीएससी) की निरस्त परीक्षाओं की फीस वापस लेने के लिए उम्मीदवार आगे नहीं आ रहे। पिछले वर्षों निरस्त हुई 10 परीक्षाओं की सूची जारी करते हुए पीएससी ने फीस लौटाने का एलान किया था। फीस वापस करने के लिए आयोग ने उम्मीदवारों से आवेदन मांगे थे।
2014 में जारी हुई सहायक प्राध्यापक भर्ती प्रक्रिया के डेढ़ साल बाद निरस्त होने के बाद उम्मीदवारों ने पीएससी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। आरोप लगाया गया था कि पहले आवेदन जमा करवा कर फीस वसूली गई और फिर प्रक्रिया निरस्त कर दी गई। उम्मीदवारों का आरोप था कि पीएससी परीक्षाओं के जरिए मोटी कमाई कर रहा है। आरोपों के बाद पीएससी ने 2004 से अब तक की निरस्त की गई 10 परीक्षाओं की सूची जारी कर दी थी। सार्वजनिक सूचना जारी कर पीएससी के सचिव मनोहर दुबे ने घोषणा की थी कि इन सभी निरस्त प्रक्रियाओं के लिए ली गई पूरी फीस पीएससी वापस करेगा। पीएससी सचिव मनोहर दुबे के मुताबिक, बहुत ज्यादा संख्या में अब तक फीस वापसी के आवेदन नहीं मिले हैं। 17 फरवरी तक आवेदन दे सकते हैं। इसलिए संख्या बढ़ने की उम्मीद है।