भोपाल। राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (आरजीपीवी) च्वॉइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम (सीबीसीएस) के तहत पहली बार ऑनलाइन प्रैक्टिकल एग्जाम कराने जा रहा है। इसके तहत इंजीनियरिंग, फार्मेसी और आर्किटेक्चर के करीब 42 हजार छात्र परीक्षा देंगे। एग्जाम 17 से 18 फरवरी तक होंगे।
प्रैक्टिकल एग्जाम के लिए परीक्षा सेंटरों का चयन किया जा रहा है। दरअसल, ऑनलाइन प्रैक्टिकल एग्जाम के लिए परीक्षा सेंटर ऐसे चाहिए, जहां इंटरनेट स्पीड अच्छी हो और कंप्यूटर की अधिक संख्या हो। पहले दिन परीक्षा भोपाल, सागर और उज्जैन संभाग के इंजीनियरिंग कॉलेजों के छात्रों के लिए होगी। अन्य संभागों की परीक्षा दूसरे दिन होगी।
इस एग्जाम में इंजीनियरिंग के 36800, फार्मेसी के 4500 और आर्किटेक्चर के 529 परीक्षार्थी शामिल होंगे। विवि इस परीक्षा के लिए गाइडलाइन तैयार कर रहा है। परीक्षा नियंत्रक डॉ. मोहन सेन ने बताया है कि जल्द यह गाइडलाइन सभी कॉलेजों को भेजी जाएगी।
ऐसी रहेगी व्यवस्था
ऑनलाइन प्रैक्टिकल एग्जाम में छात्रों को बहु वैकल्पिक प्रश्न दिए जाएंगे। इससे प्रैक्टिकल के नंबर छात्रों को ऑनलाइन ही मिल जाएंगे। यह व्यवस्था एक तरह से वायवा का नया रूप है। अभी तक छात्रों को प्रैक्टिकल परीक्षा के बाद वायवा देना होता था, इसके नंबर इंटरनल और एक्सटर्नल के हाथों में होते थे। प्रैक्टिकल की नई परीक्षा प्रणाली से छात्रों को प्रैक्टिकल नंबर के नाम पर कॉलेज परेशान भी नहीं कर सकेंगे।
कॉलेजों को दी जाएगी ट्रेनिंग
पहली बार आयोजित किए जा रहे प्रैक्टिकल एग्जाम के लिए आरजीपीवी द्वारा कॉलेजों को ट्रेनिंग भी दी जाएगी। यह ट्रेनिंग 8 से 10 फरवरी तक चलेगी। यह एलएनसीटी भोपाल, आईपीएस एकेडेमी इंदौर व ज्ञान गंगा इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस जबलपुर में होगी। पहले दिन भोपाल, बैतूल, ग्वालियर व सागर के कॉलेजों को ट्रेनिंग दी जाएगी। दूसरे दिन इंदौर व उज्जैन और तीसरे दिन जबलपुर व रीवा नोडल सेंटर के तहत आने वाले कॉलेजों की ट्रेनिंग होगी।