भोपाल। राजधानी के एक निजी विश्वविद्यालय में वर्ष 2015 की बी.एड परीक्षा हो चुकी है लेकिन शिक्षा माफिया के दलाल अन्य राज्यों के छात्र-छात्राओं को यह परीक्षा दिलवा रहे हैं, वह भी शहर की होटलों में।
शिकायत में सामने आया कि भोपाल रेलवे स्टेशन के पास स्थित एक होटल में 20 फरवरी 2016 को मनींद्र नाथ सिंह (30) अपने साथी अग्रदीप पाल के साथ रुके हैं। ये दोनों पश्चिम बंगाल के रहने वाले हैं। उन्होंने रेलवे स्टेशन के आसपास स्थित कुछ होटल के कमरे 21 से 27 फरवरी तक बुक करा लिए। 21 फरवरी को 80-90 छात्र-छात्राएं और उनके अभिभावकों को पश्चिम बंगाल के मिदनापुर और हावड़ा से भोपाल लाया गया। उन सभी को चार-पांच के ग्रुप में आधा दर्जन होटलों में ठहराया गया।
परीक्षा में अभिभावक भी शामिल
होटल के कमरों में ठहरे सभी छात्र-छात्राओं को जो प्रश्न पत्र और उत्तर पुस्तिकाएं दी गईं, वो राजधानी के एक निजी विवि की हैं। इन पर विश्वविद्यालय का नाम भी अंकित है, जबकि विवि के जिम्मेदार अधिकारियों का कहना है कि उनके यहां बीएड परीक्षा हो चुकी है। उपरोक्त घटना से उनके विवि का कोई लेना-देना नहीं है।
देखकर इधर-उधर हो गए
इस मामले में छात्रों को लाने और महेन्द्र नाथ सिंह से कमरों में बीएड परीक्षा करवाने संबंधी सवाल किए तो वे घबराकर भाग गए। होटल में ठहरे छात्र-छात्राओं और उनके अभिभावकों को टीम का पता चला तो वे भी धीरे से खिसक लिए लेकिन टीम ने एक छात्र से पूछताछ की। उसने नाम न छापने के अनुराेध पर बताया कि उन्हें केवल परीक्षा देने के लिए कहा गया है। परीक्षा केन्द्र और किस विश्वविद्यालय से परीक्षा दिलवाई जा रही है, इसकी उन्हें जानकारी तक नहीं है।
तीन-तीन लाख रुपए लिए गए
उस छात्र ने यह भी बताया कि प्रत्येक उम्मीदवार से तीन-तीन लाख रुपए लिए गए हैं। संबंधित विवि के जिम्मेदार अधिकारियों ने ऐसी कोई परीक्षा आयोजित करने से साफ इंकार किया है। उनका कहना है कि होटल में परीक्षा आयोजित करने वालों से उनका कोई लेना-देना नहीं है। विवि की सामग्री इस्तेमाल करने के लिए वे उनके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराएंगे।
कार्रवाई की जाएगी
आरकेडीएफ विश्वविद्यालय के कुलपति वीके सेठी ने कहा कि हमारे यहां परीक्षाएं हो चुकी हैं। परीक्षाएं विवि परिसर में ही आयोजित की जाती हैं। प्रश्न पत्र और काॅपियां हमारे विवि की नहीं हो सकती हैं। किसी ने बदमाशी की है। विवि की छवि खराब करने वालों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।