टीकमगढ़। वल्लभ भवन में पदस्थ ओएसडी एसएन ब्रम्हे से धोखाधड़ी और अमानत में खयानत के मामले में पूछताछ करने पहुंची टीकमगढ़ पुलिस को खाली हाथ लौटना पड़ा। टीम जैसे ही उनके मकान पर पहुंची वे छत के रास्ते दूसरे मकान पर जा पहुंचे।
एसपी निमिष अग्रवाल के मुताबिक वर्ष 2014 में ब्रम्हे टीकमगढ़ एसडीएम थे। तत्कालीन कलेक्टर केदार शर्मा पर ब्रम्हे ने अनावश्यक परेशान करने का आरोप लगाया था। इसके बाद उनका ट्रांसफर जतारा कर दिया गया। ब्रम्हे ने इसकी शिकायत पुलिस के अलावा सचिवालय में भी की थी। साल 2015 में जतारा एसडीएम रहने के दौरान उन पर आरोप लगा कि राशन दुकानों के लिए बनाई गई सोसायटी में नियमों की अनदेखी कर अपात्रों को लाभ दिया गया है। शिकायत के बाद कलेक्टर ने जांच कराई और प्रतिवेदन के आधार पर ब्रम्हे के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज हुआ।