मध्यप्रदेश में संविदा स्वास्थ्यकर्मियों की हड़ताल के चलते अस्पतालों की व्यवस्थाएं चरमरा गईं हैं। अकेले शहडोल जिले में हड़ताल के चलते 14 बच्चों की मौत हो चुकी है। पूरे प्रदेश में अपनी नौ सूत्रीय मांगों को लेकर 29 फरवरी से संविदा स्वास्थ्यकर्मी हड़ताल पर चल रहे हैं। इसी के चलते अस्पतालों के शिशु गहन इकाई और प्रसूति विभाग जैसे वार्ड अति संवेदनशील वार्ड एक या दो दाई के भरोसे चल रहे हैं।
शहडोल के प्रसूति वार्ड में देखें तो हड़ताल के दिन से अब तक 14 दिन में 14 बच्चों की मौत हो चुकी है। प्रसूति वार्ड में हड़ताल के दिन से अब तक 165 नॉर्मल डिलेवरी हुई हैं, जिसमें से 10 बच्चे गर्भ में ही खत्म हो गए. वहीं, 3 बच्चे जन्म के बाद खत्म हुए। इसके अलावा सीजेरियन ऑपरेशन से 70 बच्चों ने जन्म लिया है। इस दौरान एक बच्चा हुआ और प्रसूता की मौत हो गई। गौरतलब है कि तीन दिन पहले ही डिंडौरी के सरकारी अस्पताल में समय पर इलाज न मिलने से 2 महिलाओं और 2 नवजात बच्चों ने दम तोड़ दिया था।