भोपाल। केन्द्र और राज्य सरकार की श्रमिक विरोधी नीतियों के विरोध में मंगलवार को भारतीय मजदूर संघ राजधानी के दशहरा मैदान में विशाल प्रदर्शन करेगा। जिसमें प्रदेश भर के लगभग दो लाख श्रमिक हिस्सा लेंगे।
मजदूर संघ प्रदेशाध्यक्ष ज्ञान प्रकाश तिवारी ने बताया कि, उनकी प्रमुख मांगों में मजदूरों की न्यूनतम तनख्वाह 15 हजार रुपए होनी चाहिए। दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों को नियमितीकरण और कार्यभारित कर्मचारियों के लिए अग्रवाल वेतन आयोग की सिफारिशों को लेकर यह प्रदर्शन किए जाएगा।
संघ की अन्य मांगें हैं कि मजदूर विरोधी श्रम कानूनों में बदलाव और श्रम कानूनों में होने वाले सभी परिवर्तनों में श्रम संघों की सहमति ली जाए. इसके अलावा मजदूर संघ ने निजी परिवहन कर्मचारियों, विद्युत कंपनियों में संविदा आउटसोर्सिंग के कर्माचारियों, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं, आशा कार्यकर्ताओं, स्व सहायता समूह के रसोइयों, सभी अंशकालीन कर्मचारियों, संविदा स्वास्थ्य कर्मियों और बीड़ी श्रमिकों की बेहतर वेतन और सर्विस कंडीशंस की मांग की है.
इनके अलावा ग्राम पंचायत कर्मचारियों, नगर निगम, नगर पालिकाओं और नगर पंचायतों के सफाई कामगारों, टोल नाकों के कर्मचारियों, मंडी हम्माल और तुलावटियों, निर्माण मजदूरों, दुग्धालय मजदूरों, अतिथि शिक्षिकों, अतिथि विद्वानों और ठेका श्रमिकों की बेहतर वेतन और दूसरी सर्विस कंडीशनों के बारे में भी मांग की जाएगी.
इन्हीं 26 सूत्रीय मांगों को लेकर गोविन्दपुरा दशहरा मैदान में विशाल धरना और प्रदर्शन कर विधानसभा का घेराव किया जाएगा. इसमें प्रदेश के कोने-कोने से लगभग दो लाख मजदूर भाग लेंगे.