सुधीर ताम्रकार/बालाघाट। जिला मुख्यालय बालाघाट से 5 किलोमीटर दूर गर्रा ग्राम में स्थित मध्यप्रदेश राज्य विपणन संघ के ओपन कैप में विगत दिनों हुई आगजनी की घटना में ओपन कैप में भण्डरित कर रखी गई लगभग 7 हजार बोरी धान जल कर खाक हो गई जो संदेह के दायरे में दिखाई देती है।
यह उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश राज्य विपणन संघ बालाघाट द्वारा स्टेट वेयर हाउस गर्रा के समीप बनाये गये ओपन कैप में वर्ष 2011-12 में किसानों से समर्थन मूल्य पर खरीदी धान भण्डारित करवाई गई थी।
रखरखाव में विभागीय लापरवाही के चलते हजारों क्विटंल धान अचानक आई बारिष और तुफान के कारण खराब हो गई इसी की आड़ में विभागीय तौर पर उसी वर्ष विपणन संघ के कर्मचारियों द्वारा भारी मात्रा में धान की अफरा तफरी की गई थी जिसके चलते लगभग 8 से 10 हजार बोरी धान का सारटेज उस समय से चला आ रहा था।
विगत 2 दिन पूर्ण कैप के पास लगे जंगल में आग का बहाना बताकर गोदाम प्रभारी और कर्मीयों ने इस मौके का फायदा उठाते हुये कैप में भण्डारित की गई उक्त खराब धान में आग लगा दी जिसके कारण लगभग 7 हजार बोरी धान जल गई।
यह भी उल्लेखनीय है कि वर्ष 2011-12 में गर्रा कैप में भण्डारित की गई धान और उसी वर्ष मिलिंग के लिये परिवहन किये गये धान के आधार पर स्टाक का भौतिक सत्यापन कर लिया जाता तो अफरा तफरी का पता चल जाता।
आग लगने और धान के बोरे जलने की जानकारी मिलने पर जब इस संवाददाता ने गर्रा कैप में मौके पर जाकर वास्तविकता का पता लगाया वहां धान के बोरों के 6 लाठ (1 लाठ में 1 हजार बोरी) धान की बोरियां जली हुई दिखाई दी जिसमें रखा धान राख हो गया है। जली हुई धान के अवशेष बोरों पर वर्ष 2013-14, 14-15 एवं 15-16 की अवधि के टेग बोरों पर चस्पा दिखाई दिये।
इससे यह प्रतित हो रहा है कि आगजनी की इस घटना में 6 हजार से अधिक बोरी धान जल चुका है। यदि गर्रा कैप और गोदामों में भण्डारित किया गया धान तथा मिलिंग के लिये परिवहन के स्टाक भौतिक सत्यापन करवा दिया जाये तो वास्तविकता उजागर हो जायेगी।
कैप के सूत्रों से प्राप्त हुई जानकारी के मुताबिक अभी 2 लाख 60 हजार क्विंटल धान भण्डारित है जिसका उठाव चल रहा है समूचा धान खुले आसमा के नीचे रखा हुआ है। गोदाम प्रभारी महेश दुबे ने अवगत कराया की विगत दिनों जंगल में लगी आग की लपट में कैप में भण्डारन किये गये धान के लाठो में लगने से खराब हुई करीब 6 हजार बोरी धान जल गई समय रहते आग पर काबू पा लिया गया वरना नुकसानी और भी ज्यादा बढ सकती थी।
इस संबंध में जिला विपणन अधिकारी अंकित तिवारी के अनुसार गर्रा स्थित कैप में धान सुरक्षित है स्टाक का निरीक्षण मेेरे द्वार किया गया है विगत दिनों लगी आग से केवल कचरा ही जला है कैप में रखी धान को किसी प्रकार की हानि नही हुई है। कलेक्टर श्री भरत यादव को इस घटना संबंध में अवगत कराये जाने पर उन्होने कहा की गर्रा वेयर हाउस में लगी आग के बारे में आपसे जानकारी मिली है। विपणन अधिकारी के द्वारा धान में आग ना लगने की बात आपके द्वारा बताई गई है। इन तथ्यों की पुस्टि के लिये एसडीएम बालाघाट को निर्देषित कर जांच कराई जायेगी।