जबलपुर। फीडर सेपरेशन, सिस्टम स्टेबलिंग सहित अरबों रुपए का काम लेने वाली नौ और कंपनियां बिजली कंपनी का काम छोड़कर भाग गई हैं। इससे पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी को तगड़ा झटका लगा है। बिजली कंपनी ने सभी कंपनियों को टर्मिनेट कर दिया है। इससे पहले जबलपुर सिटी सर्किल में डेढ़ अरब से भी ज्यादा का काम लेने वाली नई दिल्ली की यूबी कंपनी (जिसके कर्ताधर्ता विजय माल्या थे) ने अपना बोरिया बिस्तर समेटकर बिजली कंपनी को चूना लगाया था।
हैदराबाद की चार कंपनियां पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी का काम अधूरा छोड़कर गायब हुईं कंपनियों में सबसे ज्यादा चार हैदराबाद की बताई जा रही हैं। अन्य कंपनियां चेन्नई, बेंगलूरु, जबलपुर, सतना व नोएडा की हैं। काम पूरा नहीं करने वाली इन कंपनियों पर कार्रवाई के बाद बिजली कंपनी इनकी बैंक गारंटी जब्त करने की कवायद में जुट गई है। कई जिलों का काम ठप इन कंपनियों ने जबलपुर सहित पूर्व क्षेत्र बिजली कंपनी अंतर्गत कई जिलों में फीडर सेपरेशन, सिस्टम स्टेबलिंग, राजीव गांधी ग्रामीण विद्युत योजना (आरजीजीवीवाय) के अरबों के काम लिए थे। कंपनियों द्वारा काम समेट लिए जाने से सभी जगह काम ठप पड़े हैं। कहीं फीडर सेपरेशन का काम आधा हुआ है तो कहीं ग्रामीण विद्युत योजना का काम अटक गया है।
ये हैं डिफॉल्टर
1- जीईटी पावर प्राइवेट लिमिटेड, चेन्नई
2- जीवीपीआर इंजीनियर्स लिमिटेड, हैदराबाद
3- असुआन रैरीओल लिमिटेड, बेंगलूरु
4- आईसीएसए (इंडिया) लिमिटेड, हैदराबाद
5- मेटस इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड, हैदराबाद
6- सिम्पलेक्स इंजीनियरिंग कंपनी, जबलपुर
7- एस्टर पावर प्राइवेट लिमिटेड, हैदराबाद
8- एलटेल पावर प्राइवेट लिमिटेड, सतना
9- केएमजी एटूजेड सिस्टम प्राइवेट लिमिटेड, नोएडा
किस जिले में क्या काम सिस्टम स्टेबलिंग -
जबलपुर सिटी सर्किल, रीवा टाउन आरजीजीवीवाय - जबलपुर, उमरिया, बालाघाट, सागर, बालाघाट, पन्ना, रीवा, शहडोल, छिंदवाड़ा व सिवनी जिलाफीडर सेपरेशन- रीवा नॉर्थ, रीवा साउथ, नरसिंहपुर, सिवनी, सागर, बीना, लखनादौन, पृथ्वीपुर, रेहली, बांदा डिवीजन, पन्ना, छिंदवाड़ा ईस्ट, जुन्नारदेव, दमोह नॉर्थ, कटनी। पूर्व क्षेत्र कंपनी अंतर्गत विभिन्न जिलों में काम लेने वाली नौ कंपनियों को टर्मिनेट कर दिया गया है।