
वहीं अमलाई में संचालित अमित राईस मिल द्वारा अनूपपुर वेयर हाउस के 8 नंबर गोदाम में जमा किए गए 81 टन लगभग 1620 बोरी चावल जमा करने के ऑनलाईन कागजी पूरी कर दी गई, जिसकी शिकायत के बाद अनूपपुर एसडीएम डीपी. वर्मन सहित तहसीलदार रामेश कोल ने मौके पर जांच की गई जहां 8 नंबर गोदाम में 81 टन की जगह 54 टन चावल ही मिला वहीं 27 टन जिसमें 540 बोरी चावल सिर्फ कागजो में ही 25 मार्च को जमा कराकर नागरिक आपूर्ति विभाग तथा अमित राईस मिल के संचालक द्वारा बंदरबांट कर ली गई।
जांच में हुए खुलासे के बाद एसडीएम अनूपपुर डीपी. वर्मन ने तीनो गोदामो में रखे खाद्यान्न संबंधी जानकारी लेकर सभी दस्तावेजो को सील कर दिया लेकिन नागरिक आपूर्ति ने 520 बोरी चावल को दिखाने के लिए सजहां स्थित वेयर हाउस गोदाम में वाहन क्रमांक एमपी 65 जीए ०६९० तथा एमपी ६५ जीए १२९० में ५२० बोरी चावल बिना कांटा करवाए व गेट पास के अंदर कर खाली करवा दिया गया जिसमें दोनो वाहनो की न तो आने की इंट्री हुई और ५२० बोरी चावल के किए गए गोलमाल को छिपाने के लिए पूरी रणनीति तैयार कर खाली करवा लिया गया।
ऑनलाईन दस्तवेजो को किया दरकिनार
नागरिक आपूर्ति विभाग में मिलरो को दिए जाने वाले धान के आरओ तथा मिलिंग के बाद जमा किए गए चावल की ऑनलाईन फिडिंग के साथ ही रसीद दी जाती है, वहीं ऑनलाईन मिले दस्तावेजो में अमित राईस मिल द्वारा जमा वेयर हाउस गोदाम क्रमांक ८ में ८१ टन सीएमआर चावल जमा करना फिडिंग है जिसमें १८ मार्च को एक ही नंबर के वाहन क्रमांक एमपी ६५ जीए ०६९० में ५४० बोरी जिसका एक्सेप्टेंश नंबर सीएमआर१६३२२१४९१२८५७, व सीएमआर१६३२२१४१२३५३५७ तथा २५ मार्च को बिना गोदाम पहुंचे वाहन में ५४० बोरी जिसका एक्सेप्टेंश नंबर १६३२६११४५५८३५० ऑनलाईन फिडिंग है और इस फर्जीवाडे को पकडे जाने पर ५४० बोरी चावल के मामले को दबाने के लिए २७ मार्च को सजहा स्थित वेयर हाउस के गोदाम में खाली करवा दिया गया।
पूरे मामले छिपाने बनी रणनीति
५४० बोरी चावल के बिना गोदाम में खाली हुए नान द्वारा दस्तावेज तैयार कर दिए जाने तथा गोदाम में दूसरे दिन ५२० बोरी चावल न मिलने पर अमित राईस मिल द्वारा किए जा रहे फर्जीवाडा सामने आया, और अब नान द्वारा इस फर्जीवाडे को ऑपरेटर की गलती बताकर प्रशासन को गुमराह करने का पूरा प्रयास किया जा रहा है तथा इस ५२० बोरी चावल को सजहा गोदाम में दिखाए जाने का पूरा खेल २७ मार्च को बिना वाहन की इंट्री व गेट पास तैयार करने के साथ ही बिना कांटा पर्ची के दोनो वाहनो को खाली करवा कर पूरी रणनीति नान व राईस मिल द्वारा बना कर तैयार कर ली गई है।
ऑपरेटरो पर फोडेगे ठीकरा
पूरे मामले में व ऑनलाईन की पूरी फिडिंग में दस्तावेजो के लिए अब नान के अधिकारियों द्वारा अब इस फर्जीवाडे से बचने के लिए पूरी गलती ऑपरेटर की फीडिंग में किए जाने की कार्यवाही भी सामने आ रही है। जबकि गरीबो को पीडीएस गोदाम में माध्यम से बांटे जाने वाला चावल राईस मिल द्वारा ही बंदरबांट कर लिया गया है। लेकिन जिला प्रशासन द्वारा इतनी बडी मात्रा में जिले में हुए गोलमाल में अब तक कोई कार्यवाही नही हो सकी है। सिर्फ दोनो वाहनो की जांच के लिए जिला प्रशासन ने खाद्य एवं आपूर्ति अधिकारी विपिन पटेल को भेजा गया है जिसमें इन पर भी कई मामलो को लेकर प्रश्र चिन्ह खड़े होते है।