पूर्वोत्तर का प्रवेशद्वार कहे जाने वाले असम के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस को हराकर सत्ता पर काबिज होने का सपना देख रही भाजपा ने दलबदलुओं को टिकट देने के मामले में तो उसे पछाड़ ही दिया है। कांग्रेस ने अबकी बार जहां पांच दलबदलुओं को टिकट दिया है, तो वहीं भाजपा की सूची में 14 दलबदलू शामिल हैं।
लेकिन जब दोनों दलों के प्रत्याशियों की सूची पर गौर किया जाए, तो यह आंकड़ा और अहम नजर आता है। दरअसल, कांग्रेस जहां राज्य की 126 में से 122 सीटों पर चुनाव लड़ रही है, तो भाजपा महज 86 सीटों पर मैदान में उतर रही है।
भाजपा की सूची में सबसे अहम नाम है पूर्व स्वास्थ्य मंत्री हिमंत विश्वशर्मा का। वह बीते साल सितंबर तक कांग्रेस के प्रमुख नेता थे। भाजपा की सूची देखने के बाद कांग्रेस प्रवक्ता अपूर्व भट्टाचार्य कहा कि भाजपा के पास योग्य उम्मीदवारों की भारी कमी है। लिहाजा उसने कांग्रेस और असम गण परिषद (अगप) समेत दूसरे दलों से आने वाले इतने लोगों को टिकट दिए हैं।