भोपाल। सिंहस्थ के दौरान विश्व में प्रदेश की छवि खराब ने हो इसे देखते हुए एमपी के अधिकारी-कर्मचारी संयुक्त मोर्चे ने एक अहम फैसला किया है। कर्मचारियों ने ये निर्णय लिया है कि सिंहस्थ पूरा होने तक वो किसी भी तरह का कोई आंदोलन नहीं करेंगे।
सोमवार को मध्यप्रदेश अधिकारी-कर्मचारी संयुक्त मोर्चे की बैठक हुई। जिसमें ये फैसला लिया गया कि अब सिंहस्थ तक मध्यप्रदेश के कर्मचारी धरना-प्रदर्शन या किसी भी तरह का आंदोलन नहीं करेंगे। ताकि देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की कोई दिक्कत न हो और सरकार की लाज बची रहे।
अधिकारी कर्मचारी संयुक्त मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष जितेन्द्र सिंह ने कहा कि सिंहस्थ के चलते पहले से चल रहे आंदोलन को स्थगित कर दिया गया है. दो महीने बाद सिंहस्थ खत्म होने पर आंदोलन फिर से शुरू किया जाएगा. जिसमें सबसे पहले धिक्कार दिवास मनाया जाएगा.
वहीं अब अपनी मांगों को लेकर हड़ताल कर रहे पंचायत सचिव, सहायक सचिव, मनरेगा अधिकारी भी कर्मचारी संयुक्त मोर्चा में शामिल हो गए हैं. पंचायत सचिव संगठन के प्रदेशाध्यक्ष दिनेश शर्मा ने बताया कि आंदोलन के अगले चरण में पंचायत सचिव अब जिलों में सपरिवार भूख हडताल करेंगे.
गौरतलब है कि बीते शुक्रवार को महंगाई भत्ते की 50 फीसदी राशि मूलवेतन में जोड़ने सहित 71 सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदेशभर में मध्यप्रदेश अधिकारी-कर्मचारी संयुक्त मोर्चा के आव्हान पर हड़ताल की गई थी. अपनी इन्हीं मांगों को लेकर संयुक्त मोर्चा सिंहस्थ पूरा होने पर एक बार फिर आंदोलन शुरू करेगा.