भोपाल। आईएफएस अफसर बीके सिंह के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति के मामले में विशेष पुलिस स्थापना, लोकायुक्त ने जांच पूरी कर ली है। वैधानिक परीक्षण के बाद विशेष न्यायालय में चालान पेश करने के लिए अभियोजन की अनुमति मांगी गई है। इसी तरह पूर्व संचालक स्वास्थ्य सेवाएं डॉ.अमरनाथ मित्तल के मामले में भी जांच अंतिम चरण में है। संपत्ति के जो दस्तावेज पुलिस को छापे में मिले थे, उनमें से अधिकांश से जुड़े पुख्ता सबूत मिल गए हैं।
सूत्रों के मुताबिक विशेष पुलिस स्थापना ने हाई-प्रोफाइल मामला होने से आईएफएस अफसर सिंह के मामले में एक-एक दस्तावेज की जांच कई बार की है। सिंह ने जितने भी अभ्यावेदन दिए थे, उन सभी का पूरा परीक्षण किया गया। इसके बाद पुलिस निष्कर्ष पर पहुंची कि ये अनुपातहीन संपत्ति का मामला है।
इसके आधार पर ही वैधानिक परीक्षण के बाद सरकार को अभियोजन की मंजूरी के लिए प्रस्ताव भेजा गया है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि डॉ.मित्तल घर छापे में मिले संपत्तियों के दस्तावेजों की जांच भी पूरी हो चुकी है। आय से अधिक संपत्ति का मामला बन रहा है।
वैधानिक परीक्षण करके इसका प्रस्ताव भी भेजा जाएगा। आईपीएस अफसर डॉ. मयंक जैन के मामले में दस्तावेजों की जांच चल रही है। विशेष पुलिस स्थापना के महानिदेशक अजय शर्मा का कहना है कि कुछ मामले अभियोजन के लिए शासन को भेजे गए हैं तो कुछ की जांच चल रही है। शासन से अनुमति मिलते ही चालान प्रस्तुत करने की कार्रवाई की जाएगी।
छापे में इनके मिले थे दस्तावेज
सिंह के यहां सीहोर के दोराहा में पौने छह हेक्टेयर, भोपाल के श्यामपुर में पत्नी के नाम आठ बीघा, दीपड़ी में 10 एकड़ और बुधनी में ससुर के नाम जमीन के दस्तावेज मिले थे। इसी तरह डॉ.मित्तल के यहां सतगढ़ी में 50 एकड़ जमीन के दस्तावेज मिले थे। इसे मात्र 40 लाख रुपए में खरीदना बताया गया था।