बंगाली बाबा नाम से कई लोग तंत्र के नाम पर आम जनमानस को बरगलाते रहते है। एक बार जो इनके चुगल में फंस जाता है यह बंगाली बाबा उसका आर्थिक और शारीरिक शोषण करते रहते है। हसन उर्फ़ बंगाली बाबा भी इन कथित तांत्रिको की ही श्रेणी में आता है।
पुलिस के अनुसार, इन लड़कियों के परिवार में जन्मे लड़के जन्म से मानसिक रूप से असमान्य होते थे। परिवार के एक सदस्य ने जब हसन उर्फ़ बंगाली बाबा से संपर्क किया, तो उसने कहा कि, परिवार पर किसी के टोने-टोटके की वजह से ऐसा हो रहा है। अगली पीढ़ी में ऐसा न हो, इसके लिए परिवार की हर लड़की को अकेले में बैठाकर उसके लिए कुछ टोटका करना पड़ेगा। तभी यह टोना-टोटका हट पाएगा।

हसन उर्फ़ बंगाली बाबा ने टोने-टोटके की सामग्री के नाम पर एक लंबी-चौड़ी लिस्ट परिवार को बतायी। इस सामग्री के अनुसार हसन उर्फ़ बंगाली बाबा ने हर लड़की पर टोटके के लिए 10 से 15 लाख रुपये लाना था। तंत्र का डर दिखाकर हसन ने पीड़ित परिवार से टोटके की सामग्री के बहाने यह पैसे भी लिए थे। पर हसन कभी कोई सामग्री नहीं लाया। हसन तंत्र के नाम पर लडकियों को एकांत में लेजाकर सिर्फ बलात्कार करता रहा।
हसन ने परिवार को अज्ञात का डर दिखाकर लगभग चार-पांच वर्ष तक पूरे परिवार को जादू-टोना के जाल में उलझाए रखा। पीड़ित परिवार की सबसे छोटी लड़की ने अपने पिता के एक मित्र को हसन के द्वारा किये बलात्कार की आपबीती सुनाई और बाबा का पर्दाफाश हुआ। इसके बाद हसन शेख उर्फ़ बंगाली बाबा को नवंबर, 2010 में गिरफ्तार किया गया था।
इस केस के जांच अधिकारी संतोष बागवे ने बताया कि, बंगाली बाबा ने टोना-टोटका के बहाने पीड़ित लड़कियों के परिजनों से एक करोड़ रुपये से ज्यादा की धोखाधड़ी भी की थी। जिन 7 लड़कियों से रेप किया गया, उनमें से 6 नाबालिग थीं। वे सभी एक ही परिवार की थीं। उनमें 13, 16 और 17 साल की तीन सगी बहने थीं। तीन उनकी रिश्तेदार थीं। सातवीं लड़की उस परिवार की नौकरानी थी। मुंबई एक सत्र न्यायालय ने बाबा को उम्रकैद की सजा सुनाई है।