उज्जैन। सिंहस्थ क्षेत्र में सुवधिाओं को लेकर संतों का आक्रोश बढ़ता जा रहा है। सोमवार को मंगलनाथ क्षेत्र में तीनों अणि अखाड़ों के वैष्णव संतों ने सड़क पर तंबू लगाया और धरने पर बैठ गए। उनकी नाराजी बिजली, पानी और शौचालय की सुविधा न मिलने को लेकर थी। सूचना मिलते ही अफसर पहुंचे।
संतों ने जमकर अधिकारियों को खरी-खोटी सुनाई। कहा- अगर दो दिन में हाल नहीं सुधरे तो तीनों अणि अखाड़े और उनसे जुड़े खालसे सिंहस्थ का बहिष्कार कर देंगे। मेलाधिकारी ने लिखकर दिया कि दो दिन में सारी सुविधाएं दे दी जाएंगी, तब जाकर संतों का आक्रोश थमा।
मंगलनाथ क्षेत्र में अव्यवस्था की सबसे ज्यादा शिकायतें आ रही हैं। जमीन आवंटन में गड़बड़ियों के बाद अब सुविधाओं को लेकर संत नाराज हैं। दिगंबर अणि, निर्वाणी अणि और निर्मोही अणि के संत सबसे ज्यादा परेशान हैं। सोमवार सुबह आक्रोश फूट पड़ा और करीब 400 संत अंकपात मार्ग पर सड़क पर तंबू लगा धरने पर बैठ गए। कलेक्टर कवींद्र कियावत, मेलाधिकारी अविनाश लवानिया, एसपी एमएस वर्मा आदि पहुंचे और संतों को समझाने का प्रयास किया। अफसरों पर संतों ने जमकर आक्रोश जताया।
कहा कि अणि अखाड़ों में धर्म ध्वजारोहण हो चुका है। इसके साथ ही सारी सुविधाएं मिल जानी चाहिए थी। अब तक कोई इंतजाम नहीं किए गए हैं। जोन ऑफिस में शिकायत करो तो कोई सुनने को तैयार नहीं है। ऐसे में किस तरह सिंहस्थ करेंगे।
बाद में मेलाधिकारी ने लिखकर दिया कि दो दिन में सब सुविधाएं मिल जाएंगी, तब जाकर संत धरने से उठे। इस दौरान दिगंबर अणि के श्रीमहंत वैष्णवदासजी, उप महंत श्री रामकिशोर शास्त्री, शिवशंकरदास, निर्वाणी अखाड़े के श्रीमहंत ध्ार्मदासजी, महंत दिग्विजयदास, निर्मोही अखाड़े के श्रीमहंत राजेंद्रदास, मदनमोहनदास, भगवान शृंगारी, परमात्मादास आदि मौजूद थे।