भोपाल। शासन द्वारा डीएड-बीएड की अनिवार्यता के कारण निजी स्कूलों में कार्यरत प्रदेशभर में पांच लाख शिक्षक बेरोजगार हो जाएंगे। भोपाल प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने मांग की है कि अनिवार्य शिक्षा अधिकार अधिनियम के अंतर्गत डीएड-बीएड की अनिवार्यता को समाप्त किया जाएं।
एसोसिएशन के अध्यक्ष अजीत सिंह ने मांग की कि पिछले तीन सालों से निजी स्कूलों में कार्यरत शिक्षकों को प्रशिक्षित मानते हुए उन्हें डीएड व बीएड की अनिवार्यता से दूर रखा जाएं। बैठक में यह मांग डीपी त्रिपाठी, एलके मिश्रा, मोहन सिंह चौहान, शैलेष तिवारी, संदीप पटेल आदि ने की है। यदि आप इस मांग से सहमत/असहमत हैं तो कृपया अपनी प्रतिक्रिया कमेंट बॉक्स में दर्ज कराएं।