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कभी 60 रूपये रोज में दिहाड़ी मजदूरी करते थे कपिल शर्मा

नई दिल्ली। आखिर एक मामूली सिपाही के बेटे ने मनोरंजन के कारोबार को किस तरह अपनी शर्तों पर चलने को मजबूर कर दिया है? करोड़ों उदास चेहरों को अपनी मुस्कुराहट से भर देने वाले कपिल शर्मा की जिंदगी की आखिर वो कौन सी बात है जो इस कॉमेडी किंग को उदासी से भर देती है?

कॉमेडी किंग कपिल शर्मा की ये दास्तान एक एक साधारण इंसान की असाधारण कहानी है. कॉमेडी से लेकर बॉलीवुड की सुनहरी दुनिया में कपिल शर्मा का आज डंका बज रहा है. टीवी के छोटे परदे से लेकर फिल्म के बड़े पर्दे तक उनकी शख्सियत के चर्चे हैं. फोर्ब्स इंडिया ने भी उन्हें देश के सौ सबसे असरदार लोगों में जगह दी है लेकिन कपिल शर्मा की इस चमकती कामयाबी के पीछे एक ऐसा अंधेरा भी छिपा है जिसने उनके दिल को आज भी बेकरार कर रखा है. 

कपिल की कहानी शुरू होती है मुंबई से 1700 किलोमीटर दूर पंजाब के शहर अमृतसर से. 35 साल के कपिल का जन्म अमृतसर में हुआ था. उनका बचपन अमृतसर के इसी पुलिस कॉलोनी में खाकी वर्दी पहनने वालों के बीच बीता. पिता पंजाब पुलिस में एक मामूली सिपाही थे. शायद यही वजह है कि कॉमेडी सर्कस के शमशेर सिंह के किरदार का जन्म बिट्टू के बचपन में ही हो गया था.

पंजाब का शहर अमृतसर… और अमृतसर का कॉलेज कभी कपिल शर्मा के छात्र जीवन का अहम पड़ाव रहा है. वो साल 1998 था जब कपिल शर्मा हिंदू कॉलेज में कामर्शियल आर्ट की पढ़ाई कर रहे थे और कॉलेज में पढ़ाई के दौरान ही एक लड़की को अपना दिल दे बैठे थे.

अपनी माशूका के हाथों मोहब्बत में चोट खाने वाले कपिल शर्मा ने इस दर्द को तो हंसते–हंसते सह लिया था लेकिन उनके अहसास को उस चोट के दर्द ने हिला कर रख दिया जब उनके पिता ने वक्त से पहले ही दुनिया को अलविदा कह दिया था. वो साल 2004 था जो कपिल औऱ उनके परिवार पर किसी कयामत की तरह गुजरा था. दिल्ली के सफदर जंग अस्पताल में कपिल शर्मा के पिता जितेंद्र कुमार शर्मा ने अंतिम सांसे ली थी. दरअसल कपिल के पिता को कैंसर हो गया था लेकिन जब तक इस बीमारी के बारे में उनके परिवार को पता चलता तब तक काफी देर हो चुकी थी.

साल 2004 में कपिल और उनके परिवार को दोहरी मुश्किलों ने घेर लिया था. एक तरफ पिता का साया सिर से उठ गया तो वहीं दूसरी तरफ आर्थिक तंगी की वजह से उनके परिवार के लिए घर खर्च चलाना दुश्वार हो चुका था. तीन भाई – बहनों के परिवार का खर्च चलाने के लिए उनकी मां को मिलने वाली साढ़े तीन हजार रुपये की पेशन नाकाफी थी. उनका वो आशियाना भी अब छिन चुका था जो उनके पिता को सरकार की तरफ से रहने के लिए मिला था लेकिन ऐसे मुश्किल हालात के बीच भी कपिल ने अपने दिल के साथ दगा नहीं किया.

अभिनेता कपिल शर्मा बताते हैं कि जब वो गए तो 2004-07 तक का टाइम उऩ्होंने काफी संघर्ष किया। खाली पेंशन आती थी मम्मी की वही करीब 3500-4000 हजार रुपए तो वो टाइम बड़ा मुश्किल था सरकारी क्वार्टर भी हमें खाली करना था तो इसके बाद मुझे लगता है कि ये उन्ही की ब्लैसिंग है मेरी बहन का हम लोगों ने सगाई कर दी थी औऱ उसकी शादी करनी थी.

कपिल के परिवार में आर्थिक हालात नाजुक थे. बहन के हाथ भी पीले करने थे लेकिन कमाई का कोई जरिया ना था लेकिन ऐसी मुश्किलों के बीच साल 2007 में वो पल भी आया जब कपिल शर्मा की किस्मत ने अचानक करवट बदल ली. स्टार टीवी पर आने वाले मशहूर कॉमेडी शो द ग्रेट इंडियन लॉफ्टर चैलेंज थ्री में कपिल शर्मा विजेता बन कर उभरे और फिर अगले कुछ ही सालों में वो कॉमेडी की दुनिया पर छा गए.

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