भोपाल। यह लड़की एक कामयाब वकील बनना चाहती थी। पिता मटके बनाते हैं और मां घर में ही एक छोटी सी किराने की दुकान संभालती है। मगर इन सब विपरीत परिस्थितियों के चलते भी इस लड़की ने वकील बनने के लिए एलएलबी में एडमिशन लिया। घर का खर्चा पूरा नहीं हो पाने की वजह से इस लड़की को भी अपने पिता और मां के कारोबार में हाथ बंटाना पड़ता था। इसके अलावा घर का पूरा काम भी उसे ही करना पड़ता था। बावजूद इसके वह बराबर कालेज जाती थी।
उसकी शिकायत यही थी कि घर के काम-काज और मां-बाप के कारोबार में हाथ बटाने के बाद उसे कालेज जाने का मौका ही नहीं मिलता था। जिंदगी की जंग में मायूस होकर अंतत: इस होनहार लड़की ने आज शुक्रवार को अपने घर में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। बावड़िया कलां गांव की रेनू प्रजापति उम्र 22 वर्ष ने पंखे के हुक से अपने दुपट्टे को रस्सी बनाकर खुदकुशी कर ली। जब बार-बार आवाज देने के बाद भी रेनू ने कोई जवाब नहीं दिया तो उसकी मां ने अंदर जाकर रेनू को फांसी के फंदे पर लटका हुआ पाया।