ग्वालियर में अब नहीं चल पाएगा नरेन्द्र तोमर का सिक्का

ग्वालियर। मप्र भाजपा से संगठन महामंत्री अरविंद मेनन की विदाई के साथ ही पार्टी में संगठन स्तर पर फेरबदल की चर्चाएं तेज हो गई हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की हर कोशिश के बाद भी श्री मेनन को प्रदेश से बाहर भेजा जाना उन नेताओं के लिए ऑक्सीजन साबित हो सकता है जो गुटबाजी के चलते कई वर्षों से कोने में बैठे हैं। विशेषकर ग्वालियर-चंबल संभाग में भाजपा की राजनीति पर इसका खासा असर देखने को मिल सकता है। 

माना जा रहा है कि संगठन महामंत्री के पद पर सुहास भगत की नियुक्ति के साथ ही यहां चल रही एक गुट विशेष की राजनीति का टूटना तय है। श्री भगत तीन साल पहले ग्वालियर में सह प्रांत प्रचारक रहे हैं। उनकी नियुक्ति और श्री मेनन की विदाई के मामले में पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व ने मुख्यमंत्री समेत प्रदेश के कुछ कद्दावर कहे जाने वाले नेताओं की भी नहीं सुनी है। 

बताया जा रहा है कि श्री भगत,पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राज्यसभा सांसद अनिल माधव दवे के बेहद नजदीकी हैं। इसी वजह से उनकी नियुक्ति में प्रदेश नेतृत्व व सत्ता का कोई दखल असरकारक नहीं रहा। वहीं भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने भी श्री मेनन की विदाई में अहम भूमिका निभाई है। खास बात ये है कि इन दोनों शीर्ष नेताओं से केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर व उनके गुट से विरोधाभास है। इस फेरबदल को लेकर पार्टी में चर्चा ये भी है कि श्री भगत की नियुक्ति मुख्यमंत्री शिवराज सिंह, केंद्रीय मंत्री श्री तोमर और प्रदेशाध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान के साथ अरविंद मेनन की जुगलबंदी को तोड़ने के लिए की गई है। 

भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के मुताबिक संभाग की राजनीति में केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर लगातार दूसरे नेताओं को किनारे करते जा रहे हैं। प्रदेश से लेकर केंद्र तक यहां के निर्णय में वे अपनी मर्जी ही चलाते हैं। भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा ने तो पार्टी की मप्र इकाई और मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर आपत्ति दर्ज कराई थी कि उनकी अनदेखी की जा रही है। किसी कार्यक्रम में उन्हें नहीं बुलाया जाता। ऐसे ही कई दूसरे वरिष्ठ नेता हैं जो कि पार्टी में बड़ा कद रखते थे लेकिन पिछले 5-7 साल में उनका कद गुटीय राजनीति के कारण सिमट गया। संगठन महामंत्री बदले जाने के बाद से इन नेताओं को उम्मीद है कि अब मनमानी नहीं चलेगी। बताया जा रहा है कि आरएसएस से जुड़े होने के कारण कुछ विधायक व भाजपा नेता श्री भगत के काफी करीबी हैं। 

बदले जाएंगे संभागीय संगठन मंत्री 
संगठन महामंत्री अरविंद मेनन की विदाई के बाद प्रदेश के संभागीय संगठन मंत्रियों को बदले जाने की चर्चाएं भी तेज हो चुकी हैं। ग्वालियर संभाग में पदस्थ संगठन मंत्री प्रदीप जोशी को अरविंद मेनन का बेहद करीबी बताया जाता है। इसलिए ग्वालियर भाजपा में सोमवार को दोपहर बाद से यह बात जोर पकड़ गई कि अब यहां भी जल्द ही संगठन मंत्री को बदला जाएगा। वहीं पार्टी सूत्रों का कहना है कि अगले एक महीने में संभागीय संगठन मंत्रियों के प्रभार बदले जा सकते हैं। 

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