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पोखरों का पानी पी रहे हैं बुंदेलखंड के किसान

भोपाल। पहली नज़र में देखने पर ये तस्वीरें अफ्रीका के किसी गरीब कबीले की लग सकती हैं लेकिन यह भारत के मध्य में बसे बुंदेलखंड की है। यहां 6 सालों में 3223 किसान आत्महत्या कर चुके हैं। जबकि 62 लाख से ज़्यादा लोग पलायन कर अपने पीछे छप्पर और मिट्टी वाले कच्चे मकान छोड़ गए हैं। यहां सूखे का आलम यह है कि लोग भूख मिटाने के लिए घास से बनी रोटियां और पोखरों से पानी निकाल कर पीने को मजबूर हैं।

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