जबलपुर। सरकारी स्कूल इस बार ग्रीष्मकालीन अवकाश में भी खुलेंगे। छात्र भी आएंगे और शिक्षक भी। शिक्षक छात्रों को मध्या- भोजन बांटेंगे। इसके बाद छुट्टी हो जाएगी। अल्प वर्षा और सूखा प्रभावित जिलों में बच्चों को भोजन में असुविधा न हो इसलिए शासन ने उन्हें ग्रीष्मकालीन अवकाश के दौरान भी शालाओं में मध्याह्न भोजन उपलब्ध कराने का निर्णय लिया है। मध्याह्न भोजन कार्यक्रम परिषद् भोपाल द्वारा प्रदेश के सभी कलेक्टर और जिला पंचायत सीईओ को पत्र जारी कर सूखा प्रभावित क्षेत्रों के स्कूलों में ग्रीष्मकालीन अवकाश में भी मध्याह्न भोजन का संचालन कराने कहा है।
अल्पवर्षा वाले जबलपुर जिले को भी सूखा प्रभावित क्षेत्रों में शामिल होने की बात कही जा रही है। लिहाजा परिषद् से मिले आदेश पर जिला पंचायत ने अमल करना शुरू कर दिया है। जिले की सभी 8 तहसीलों में बकायदा आदेश भी दिया जा चुका है। योजना के तहत शहरी स्कूल शामिल होंगे या नहीं फिलहाल इस पर संशय बना हुआ है।
- प्रदेश में पहली बार गर्मी में बटेगा मध्याह्न भोजन
- जानकारों के मुताबिक संभवतः प्रदेश में पहली बार सभी स्कूल गर्मी की छुट्टियों में खुलेंगे और मध्याह्न भोजन के लिए सरकार राशन व खाद्यान्न का आवंटन करेगी।
- स्कूलों में बच्चों को मध्याह्न भोजन कराने के बाद छुट्टी करने कहा गया है।
- शिक्षा विभाग की माने तो 2014 में भी गर्मी में मध्याह्न भोजन बांटा गया था लेकिन उस समय कुंडम, शहपुरा और मझौली तहसील ही सूखा ग्रस्त घोषित की गई थी।