भोपाल। माता मंदिर इलाके में शुक्रवार रात को हुई फायरिंग के मामले को पुलिस ने सुलझा लिया है। वारदात को कक्षा नौवी के छात्र ने अपने पांच साथियों के साथ मिलकर अंजाम दिया था। वह माता मंदिर में रहने वाले अपने सहपाठी को मारने के लिए वहां पहुंचा था, लेकिन भीड़-भाड़ से भ्रमित होकर उसने अनजान लोगों पर ताबड़तोड़ फायर कर दिए थे।
हमले में चाचा-भतीजा गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हुए हैं। टीटी नगर सीएसपी आरडी भारद्वाज ने बताया कि शुक्रवार रात अज्ञात बाइक सवारों ने मकान नंबर 27/17 के सामने खड़े लोगों पर फायरिंग की थी। गोली लगने से आदिम जाति कल्याण विभाग के कर्मचारी जयपाल कनौजिया (45) और उनका भतीजा अमित (35) गोली लगने से घायल हो गए थे।
पड़ोसी छात्र से मिला सुराग, बाइक से आरोपी तक पहुंचे
कनौजिया परिवार ने बताया कि उनकी किसी से कोई रंजिश नहीं है, लेकिन उनके पड़ोस में रहने वाले एक छात्र का कुछ लोगों से विवाद होता रहता है। इस आधार पर पुलिस ने छात्र से घटना के बारे में जानकारी लेकर उसे आरोपियों के हुलिए के बारे में बताया। छात्र ने बताया कि उसका स्कूल में कोलार रोड पर रहने वाले एसएल नागर के बेटे से झगड़ा हुआ था, वह तभी से उसे मारने की फिराक में रहता है। यह भी पता चला कि छात्र कुछ देर पहले कनौजिया के यहां हुए भंडारे में शामिल हुआ था। यह भी पता चला कि नागर का बेटा केटीएन की ड्यूक बाइक चलाता है। इस मॉडल की बाइक से हमलावर आए थे। पुलिस नागर के घर पहुंची, तो उनका बेटा फरार हो चुका था। इस बीच मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने कोलार इलाके में रहने वाले दो नाबालिगों को हिरासत में ले लिया। उनसे पूछताछ में पता चला कि ड्यूक, पल्सर और एक एक्टिवा स्कूटर से पहुचे छह लोगों ने वारदात को अंजाम दिया था।
इंदौर में पदस्थ हैं नागर, दर्ज हो सकता है केस
सीएसपी के मुताबिक एसएल नागर इंदौर में हार्टीकल्चर विभाग में ज्वॉइंट डायरेक्टर हैं। वर्तमान में वह सिंहस्थ की व्यवस्था देख रहे हैं। घटना में प्रयुक्त रिवाल्वर उनके नाम पर है। यदि यह पता चलता है कि घटना की जानकारी नागर के संज्ञान में थी, तो उनके खिलाफ आपराधिक केस दर्ज किया जाएगा। फिलहाल लाइसेंसी हथियार को लापरवाही से रखने के मामले में कार्रवाई की जा रही है।