नई दिल्ली। पनामा पेपर लीक्स मामले में इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने बॉलीवुड मेगास्टार अमिताभ बच्चन को नए सवालों की लिस्ट भेजी है। अमिताभ पर चोरी छिपे विदेश में कंपनियों खोलने का आरोप है।
बता दें कि कुछ ही दिनों पहले अख़बार इंडियन एक्सप्रेस ने टैक्स चोरी को लेकर एक खुलासा किया था जिसमें अमिताभ बच्चन, ऐश्वर्या राय सहित क़रीब 500 भारतीय लोग का नाम सामने आया था। इन लोगों ने पनामा की एक कंपनी के ज़रिये ऐसे देशों में कंपनियां खोलीं जहां टैक्स को लेकर पूछताछ नहीं होती।
हालांकि इस खुलासे के बाद अमिताभ ने पनामा लीक्स में शामिल चारों कंपनियों से किसी भी तरह की हिस्सेदारी होने से इनकार किया था। अमिताभ ने आशंका जताई थी कि उनके नाम का गलत फायदा उठाया जा रहा है।
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक जांच में अमिताभ बच्चन, ऐश्वर्या राय, डीएलएफ़ के मालिक के पी सिंह और उनके परिवार के 9 अन्य लोग, रीयल एस्टेट की ही एक और बड़ी कंपनी इंडियाबुल्स के चेयरमैन समीर गहलौत, उद्योगपति गौतम अदाणी के बड़े भाई विनोद अदाणी, बंगाल के बड़े उद्योगपति औऱ अब बीजेपी में शामिल हो चुके शिशिर बाजोरिया, लोकसत्ता पार्टी के पूर्व दिल्ली प्रमुख अनुराग केजरीवाल और मुंबई अंडरवर्ल्ड से जुड़े रहे इक़बाल मिर्ची का नाम आया है।
अमिताभ बच्चन का नाम समुद्री जहाज़ चलाने का काम करने का दावा करने वाली चार विदेशी कंपनियों के डायरेक्टर के तौर पर आया है। इनमें एक कंपनी ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड्स और तीन कंपनियां बहामास में बनाई गई। ये दोनो देश टैक्स बचाने औऱ कमाई छुपाने के ठिकानों के लिए बदनाम हैं। रिपोर्ट के मुताबिक़ ये चारों कंपनियां 1993 में बनाई गईं। ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड्स में सी बल्क शिपिंग कंपनी लिमिटेड बनाई गई औऱ बहामास में लेडी शिपिंग लिमिटेड, ट्रेजर शिपंग लिमिटेड और ट्रैंप शिपिंग लिमिटेड नाम की कंपनियां बनाई गईं।
इन चारों कंपनियों की शुरुआती लागत तो 5 हज़ार डॉलर से 50 हज़ार डॉलर यानी आज के भाव के हिसाब से सवा तीन लाख रुपये से 33 लाख रुपये के बीच थी लेकिन इन कंपनियों ने लाखों करोड़ों डॉलरों के समुद्री जहाज़ों का कारोबार किया। इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक़ एक औऱ दस्तावेज़ से ये ज़ाहिर होता है कि ऐश्वर्या राय और उनके परिवार के लोग भी कम से कम तीन साल तक ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड्स की एक कंपनी का हिस्सा रह चुके हैं।
ऐश्वर्या, उनके पिता कृष्ण राय, उनकी मां वृंदा राय और ऐश्वर्या के भाई आदित्य राय 2005 में एमिक पार्टनर्स नाम की एक कंपनी में डायरेक्टर बनाए गए थे। कंपनी की शुरुआती लागत रकम 50 हज़ार डॉलर यानी आज के भाव के हिसाब से लगभग 33 लाख रुपये थी. रिपोर्ट में ये भी लिखा है कि ऐश्वर्या राय नाम की कंपनी की एक शेयरधारक ने गोपनीयता बनाए रखने के लिए अपना नाम काग़ज़ों में सिर्फ ए राय लिखने की भी सिफ़ारिश की थी. ये कंपनी 2008 में बंद कर दी गई।