भोपाल। प्रदेश में भर्ती होने वाले पुलिसकर्मियों की शारीरिक दक्षता अब मैन्युली की जगह मशीन से देखी जाएगी। खास बात यह है कि भर्ती के लिए आए अभ्यर्थियों का शारीरिक माप भी यही मशीन लेगी और उनके सही आंकड़ों को भी दर्ज करेगी। प्रदेश में इस तरह का प्रयोग पहली बार किया जाएगा। माना जा रहा है कि प्रदेश में इस वर्ष होने वाली 14 हजार से अधिक आरक्षकों एवं 830 उपनिरीक्षकों की भर्ती में मशीनों का उपयोग किया जा सकता है।
गौरतलब है कि फिलहाल इस तरह की मशीनों का उपयोग अब तक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खिलाडिय़ों की दक्षता देखने के लिए किया जाता है।
होंगे तीन नए परीक्षण
फिटनेस टेस्ट के दौरान अब अभ्यर्थियों को तीन नए परीक्षण के लिए भी तैयार रहना होगा। इनमें लंबी कूद, ऊंची कूद के साथ 800 और 100 मीटर दौड़ में भी दमखम दिखाना होगा। पुलिस के अनुसार 800 मीटर की दौड़ में अभ्यर्थी अच्छा परफॉर्म नहीं कर पा रहे थे।
मशीन ऐसे करेगी मॉनिटरिंग
फिटनेस टेस्ट के लिए मशीन में ऐसा कैमरा है, जो अभ्यर्थी की दौड़ पर नजर रखेगा और उसके स्टार्ट व एंड टाइम को रिकॉर्ड कर दौड़ खत्म करने की सटीक जानकारी देगा। अभ्यर्थी की ऊंचाई व सीने की नाप भी इसी से की जाएगी। ये सभी रिकॉर्ड लंबे समय तक सुरक्षित रखे जा सकेंगे। अमूमन लंबी कूद के लिए पुलिस जिस फीते से नाप लेती थी, उसे भी बंद कर मशीन से इसकी गणना की जाएगी। रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन नामक इस तकनीक की मशीनों के लिए पुलिस ने टेंडर जारी कर दिए हैं।