कानपुर। बेहद गंभीर हालत में 80 साल के बीमार पिता को लेकर जब बेटे अस्पताल से बाहर आए, तब तक उनकी कार ट्रैफिक पुलिस के सिपाही क्रेन से खींच कर ले जाने लगे। सबने लाख मिन्नतें की, कहा-हमने तो गाड़ी साइड में खड़ी की थी। यह नो पार्किंग भी नहीं थी। पिता को ऑक्सीजन भी लगा है लेकिन ट्रैफिक पुलिस के सिपाही नही माने और गाड़ी को लेकर चले गए। बाद में जब मामला एसएसपी तक पहुंचा तो उन्होंने इसके लिए ट्रैफिक पुलिस को जमकर फटकार लगाई और उनके हस्तक्षेप के बाद गाड़ी वापस की गई।
चश्मदीदों की मानें तो जब ट्रैफिक पुलिस के सिपाही कार ले जा रहे थे, तो मरीज के परिजनों ने काफी मिन्नतें की थी। जब एसएसपी के हस्तक्षेप के बाद ट्रैफिक पुलिस के सिपाही कार वापस करने आए तो वहां मौजूद आम लोगों ने पुलिसकर्मियों को इंसानियत का हवाला देकर जमकर खरी-खोटी सुनाई। ये मामला लीलामणि अस्पताल का है। जब यह कार लेकर मोहम्मद आसिफ अपने बीमार पिता अयूब को अस्पताल से लेने आए थे। ऐसे में ऑक्सीजन लगे पिता को स्टेचर पर लेकर वे एक घंटे तक अस्पताल के बाहर ही खड़े रहे।