भोपाल। मध्य प्रदेश के वन मंत्री डॉ. गौरीशंकर शेजवार ने प्रदेश के हेल्थ डिपार्टमेंट में फैली अराजक स्थिति पर खूब व्यंग्य कसा। वे रायसेन के जिला अस्पताल में आयोजित टीकाकरण अभियान 'मिशन इंद्रधनुष' के शुभारंभ पर बोल रहे थे। इस दौरान उन्होंने डॉक्टरों को चुटीले अंदाज में खूब कोसा।
- पढ़िए मंत्रीजी की डसीली पंक्तियां
- डॉक्टर बहुत पॉवरफुल होते हैं। उनसे तो मैं भी डरता हूं।
- अगर किसी डॉक्टर को फोन लगाओ, तो जवाब मिलता है कि वो तो किसी गांव निकल गए हैं। जब मन आना, जब मन जाना। कोई रोक-टोक नहीं।
- अगर मेरे इस कार्यकाल की बात की जाए, तो इलाज के लिए मैं न तो कभी अस्पताल गया और न कभी जाऊंगा।
- मैं 1977 में पहली बार विधायक बना। उसके बाद कई पदों पर रहा, लेकिन सच कह रहा हूं कि अब हालत यह है कि किसी डॉक्टर के खिलाफ कोई एक्शन लो, तो बड़े-बड़े पौओ(सिफारिश) के फोन आ जाते हैं।
- इमरजेंसी में भी अस्पताल में डाक्टर नहीं मिलते।
- डॉक्टरों का 100 प्रतिशत व्यावसायिक दृष्टिकोण हो गया है। जबकि 50 प्रतिशत मानवीय होना चाहिए।'
- डॉक्टरों की जब मरीजों के परिजनों द्वारा पिटाई होती थी, तो हम उन्हें बचाते थे।