कोटा में राजस्थान के मरीजों के लिए भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना भले ही वरदान साबित हो रही है, लेकिन एमबीएस अस्पताल में झालावाड़ और बारां से सटे हुए एमपी के मरीजों के लिए यह योजना एक सजा की तरह काम कर रही है।
अपने आप को भाजपा का सक्रिय कार्यक्रता बताने वाले एमपी के रायधरसिंह यादव पिछले करीब डेढ़ माह से अपने बेटे की इलाज के लिए दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर है। कई जनप्रतिनिधियों से इलाज करवाने की दरख्वास्त कर चुके मरीज और उनके परिजन के लिए फिलहाल कोई राहत की खबर नही है। यादव का कहना है कि पिछले कई वर्षों से भाजपा के सेवा करने के साथ ही बहन वसुन्धरा राजे के सीएम होने के कारण उन्होंने कोटा के एमबीएस अस्पताल को चुना, लेकिन बाहरी होने के कारण इलाज तो दूर की बात प्रतिदिन बेड के भी 750 रूपए की मांग कर रहे है जो कि उनके बस की बात नही है।
आर्थिक रूप से कमजोर रायधरसिंह के बेटे का इलाज नहीं होने के कारण एमबीएस अस्पताल के गेट पर एक पेड़ के नीचे अपना आसरा बना रखा है। अपना दर्द बांटते हुए यादव खासा आक्रोश व्यक्त करते हुए भावुक हो जाते हैं।