मध्यप्रदेश, शासन
अभी 2 दिन पहले मुझे पता चला कि स्वास्थ्य विभाग में कुछ पद समाप्त कर दिए गये हैं। इसी के तहत मेरे एक परम मित्र" श्री सेन जी " को भी पदमुक्त कर दिया गया और ऐसे ही उनके कुछ साथियों के साथ भी किया गया। मैं माननीय मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान जी से जानना चाहता हूं क्या ये कदम स्वास्थ्य विभाग द्वारा, इन संविदा कर्मियो के द्वारा की गयी हड़ताल वाली क्रिया की प्रतिक्रिया के रूप में उठाया गया है ?
मेरे मित्र ने अपने जीवन के बहुमूल्य 10 वर्ष आपके विभाग को दिए और अपनी पूरी ऊर्जा और क्षमता से आपके विभाग की सेवा की। जीवन के इस मध्यांतर पर आपने उन्हें बेरोजगार कर दिया। यहाँ तक कि वो और उनके साथी अब दूसरे विभागों में में नौकरी की तय उम्र सीमा पार कर चुके हैं और उन्हें ही नही उनके जैसे कई और लोगो से आपने उनकी आजीविका का साधन छिन लिया।
माननीय मुख्यमंत्री जी आप इस पूरे प्रदेश के बच्चों के मामा कहलवाते है, और हमारी संस्कृति में भांजे भांजियों को एक वक़्त का भोजन भी बड़े पुण्य का कार्य माना जाता है। आपके होते हुए आपके राज्य के हर जिले में आपके भांजे भांजियों के मुह से रोटी का निवाला छिना जा रहा है।मामा जी मैं ये नहीं कहता के आप हर किसी को थाली परोस कर दीजिये, लेकिन जो लोग आपके राज्य की, आपके राज्य की लोगो की जी जान से वर्षो से सेवा करते आ रहे थे, उनके साथ ऐसा अन्याय होना और ऐसा होते हुए आपका देखना कहाँ तक उचित है ?
प्रदेश के मुखिया होते हुए आप को हम सभी ने अपना मामा माना है। आपसे हाथ जोड़कर कर विनती है कि कृपया अपने पद को और अपने रिश्ते को सार्थक कीजिये।
इन्ही उम्मीदों के साथ,
आपका भांजा