भोपाल। अरविंद मेनन को हटाए जाने के बाद भी नंदकुमार सिंह की बयानबाजी को संघ ने शुरूआत में ही गंभीरता से ले लिया और इससे पहले कि नंदूभैया कुछ आपत्तिजनक बयान दे पाते, संघ ने उन्हें तलब कर डाला। संघ कार्यालय समिधा में फटकार सुनने के बाद बाहर निकले प्रदेशाध्यक्ष के सुर भी बदल गए।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के सबसे भरोसेमंद रहे मेनन की सोमवार को छुट्टी कर दी गई थी। इस फैसले पर संघ की मुहर लगने की जानकारी जैसे ही सार्वजनिक हुई, इसके तत्काल बाद प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान ने मीडिया के सामने यह बताने की कोशिश की कि मेनन की संगठनात्मक कार्यकुशलता को देखते हुए उन्हें बड़ी जिम्मेदारी दी जा रही है।
भाजपा सूत्रों का कहना है कि चौहान के इस बयान से संघ को आपत्ति हुई है। उनका मानना था कि जिस संगठन मंत्री को शिकायतों के आधार पर पद से हटाया गया है, उसका प्रदेश अध्यक्ष महिमामंडन क्यों कर रहे हैं? इसको लेकर मंगलवार को संघ पदाधिकारियों ने चौहान को समिधा बुलाया था। चौहान यहां लगभग दो घंटे तक रहे। इस दौरान संघ के क्षेत्र प्रचारक अरुण जैन, नवनियुक्त संगठन मंत्री सुहास भगत समेत अन्य वरिष्ठ पदाधिकारी भी उपस्थित थे।
11 अप्रैल को मेनन को हटाए जाने के तत्काल बाद कहा था
राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने संगठन महामंत्री अरविंद मेनन को भाजपा के 22 आयामों का प्रभारी बनाकर बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है। मप्र का संगठन उनके योगदान को हमेशा याद रखेगा। उन्होंने सरकार और संगठन में अच्छा समन्वय रखा। विधानसभा, लोकसभा एवं निकाय चुनाव की सफलता सहित उनके कार्यकाल की अनेक उपलब्धियां हैं।
12 अप्रैल को समिधा से बाहर आने के बाद कहा
किसी के आने-जाने से पार्टी को फर्क नहीं पड़ता है। मीडिया से चर्चा में उन्होंने कहा कि पार्टी बहती नदी की तरह है, नया व्यक्ति आकर काम संभालेगा।