
अब संभागीय संगठन मंत्रियों की कमान भी संघ के प्रचारकों को सौंपी जाएगी। वहीं, शादीशुदा व्यक्तियों को इस पद से दूर किया जाएगा। इस संबध में आरएसएस के पदाधिकारियों की प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान से भी चर्चा हो चुकी है।
उल्लेखनीय है कि पार्टी नेतृत्व ने अरविंद मेनन को अचानक हटाकर उनकी जगह संघ के मध्य भारत प्रांत प्रचारक सुहास भगत को संगठन महामंत्री बना दिया है। हालांकि, ये दोनों ही नेता अविवाहित हैं। इसी कड़ी में पार्टी में अनुशासन और कसावट लाने की रणनीति बनाई जा रही है।
जिले होंगे संगठन मंत्रियों मुक्त
जिलों में संगठन मंत्रियों की तैनाती का प्रयोग असफल होने पर अब संभागीय स्तर ही पूर्णकालिक संगठन मंत्री रखे जाएंगे। बता दें कि मौजूदा समय में उज्जैन में राकेश डागोर, रीवा में चंद्रशेखर झा, नर्मदापुरम में जितेंद्र लिटोरिया, इंदौर में शैलेंद्र बरूआ और ग्वालियर में प्रदीप जोशी संगठन मंत्री का दायित्व निभा रहे हैं।