मंडला। राज्य अध्यापक संघ की जिला इकाई ने विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि अध्यापकों का वेतन आवंटन मुख्यशीर्ष 75 में जारी हुआ था जिससे कुछ ही आहरण संवितरण अधिकारी वेतन आहरण कर पाये और वंटन समाप्त हो गया।
जिले में कार्यरत अध्यापकों का वेतन मुख्यशीर्ष 52 और 74 से भी आहरित होता है मुख्यशीर्ष 74 से जिले के एक भी डीडीओ द्वारा वेतन आहरण नहीं किया गया और वंटन समाप्त हो गया। कहा जा रहा है कि मुख्यशीर्ष 74 में वंटन है पर आहरण नहीं हो रहा है. निर्देशानुसार हेड 74-2202-01-196 में भी देयक नहीं लग रहे हैं। मुख्यशीर्ष 52 में वंटन जारी मंगलवार को हो गया है और वेतन आहरण भी किया जा रहा है। इस प्रकार जिले में कार्यरत अध्यापक वेतन की समस्या से जूझ रहे हैं गत वित्तीय वर्ष के अंतिम त्रैमास में वंटन समाप्त हो जाने के कारण जिले के कई अध्यापकों को फरवरी का वेतन भी प्राप्त नहीं हुआ है और होली बिना वेतन के ही मनानी पड़ी है। अब शादी विवाह और बच्चों के एडमीशन व कापी पुस्तकेें क्रय करने का समय है ऐंसें मेें दो माह से वेतन न मिलने के कारण भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। राज्य अध्यापक संघ ने सहायक आयुक्त से मांग की है कि वेतन वंटन मुख्यशीर्ष 74 और 75में अतिशीघ्र जारी कराया जाये। उक्त मुख्यशीर्ष से अध्यापक, संविदा शिक्षक,गुरूजी और अतिथि शिक्षकों का वेतन आहरित होता है।
जिले में कार्यरत अध्यापकों का वेतन मुख्यशीर्ष 52 और 74 से भी आहरित होता है मुख्यशीर्ष 74 से जिले के एक भी डीडीओ द्वारा वेतन आहरण नहीं किया गया और वंटन समाप्त हो गया। कहा जा रहा है कि मुख्यशीर्ष 74 में वंटन है पर आहरण नहीं हो रहा है. निर्देशानुसार हेड 74-2202-01-196 में भी देयक नहीं लग रहे हैं। मुख्यशीर्ष 52 में वंटन जारी मंगलवार को हो गया है और वेतन आहरण भी किया जा रहा है। इस प्रकार जिले में कार्यरत अध्यापक वेतन की समस्या से जूझ रहे हैं गत वित्तीय वर्ष के अंतिम त्रैमास में वंटन समाप्त हो जाने के कारण जिले के कई अध्यापकों को फरवरी का वेतन भी प्राप्त नहीं हुआ है और होली बिना वेतन के ही मनानी पड़ी है। अब शादी विवाह और बच्चों के एडमीशन व कापी पुस्तकेें क्रय करने का समय है ऐंसें मेें दो माह से वेतन न मिलने के कारण भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। राज्य अध्यापक संघ ने सहायक आयुक्त से मांग की है कि वेतन वंटन मुख्यशीर्ष 74 और 75में अतिशीघ्र जारी कराया जाये। उक्त मुख्यशीर्ष से अध्यापक, संविदा शिक्षक,गुरूजी और अतिथि शिक्षकों का वेतन आहरित होता है।