![](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEjZ8D8r14a2cH-FVl8Yr4Gm4Fp-hfAkNU3SJTnUi0TSb2EsW5L7JX4nNbAMO5F2KmrmbajVKkNw8o1ssTlRuPwLfqArxL0zZzW4icdEyHNI7xoqdWm-N7ruv1ehZj7HnOpOMS3PoLnMKjs/s1600/55.png)
मंत्रालय ने इस मामले पर सभी राज्यों से बुधवार तक रिपोर्ट मांगी है। मंत्रालय ने उन सभी स्पीड ब्रेकर की भी जानकारी मांगी है जिसे अनुमति के बाद बनाया गया है।
टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के अनुसार, मंत्रालय द्वारा जारी 2014 की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि 4,726 लोगों की मौत सड़क पर एक दूसरे की गाड़ी के भिड़ने से हुई जबकि 6,672 लोगों की मौत सड़क पर बने स्पीड ब्रेकर या अवरोधों की वजह से हुई।
मंत्रालय द्वारा हाल में जारी किए गए सर्कुलर के मुताबिक निशानिर्देशों के बावजूद कई जगहों पर स्थानीय प्रशासन वाहन की गति की जांच के लिए सड़कों पर अवरोधक या स्पीड ब्रेकर लगा देते है। सर्कुलर के मुताबिक, हाईवे पर स्पीड ब्रेकर कई गंभीर सड़क हादसों का कारण हो सकता है।