भोपाल। मुकेश नायक ने राजनीति का रसातल तक देख लिया लेकिन वो मंत्रीवाली गुलाटियां नहीं गईं। बीते रोज एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान उन्होंने मीडिया को हथियार बना वित्तमंत्री जयंत मलैया पर हमला करने की कोशिश की परंतु जब एक पत्रकार ने प्रतिप्रश्न किया तो बौखला गए। कुछ चापलूस किस्म के मीडियाकर्मियों से घिरे रहने वाले नायक को प्रेस की आजादी रास नहीं आई और पत्रकार को बिकाऊ बताने का प्रयास किया। बाद में जब फंस गए तो नो कमेंट करके पैर पटकते हुए चले गए।
कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता व जल-जंगल-जमीन अभियान समिति के बुंदेलखंड प्रभारी मुकेश नायक ने रविवार को एक प्रेसवार्ता आयोजित की। आयोजन का मकसद जल-जंगल-जमीन अभियान की जानकारी देना था, लेकिन श्री नायक ने मुद्दा ही बदल दिया। उन्होंने वित्तमंत्री जयंत मलैया को टारगेट करके कुछ बयान जारी किए। मीडिया ने प्रमाण मांगे तो बोले आने वाले समय में पेश करूंगा। इसी दौरान एक पत्रकार के सवाल का जवाब देने की बजाए उन्होंने यह तक कह डाला कि कुछ लोगों को पहले से सवाल रटाकर भेजा जाता है। एक जिम्मेदार जनप्रतिनिधी के इस बेअंदाज जवाब को सुन कुछ मीडियाकर्मियों ने अपत्ति जताई तो वे बोले जो कहना था कह दिया अब नो कमेंट्स।
क्या चाहते थे मुकेश नायक
विधायक मुकेश नायक मीडिया को अपने रिमोट पर चलाना चाहते थे। वो चाहते थे कि इशारों इशारों में वो जो धमकी वित्तमंत्री को देना चाहते हैं वो काम मीडिया के माध्यम से हो जाए और मुद्दा भी ना खोलना पड़े। इस तरह की हरकतें और भी कई नेता करते रहे हैं परंतु नायक की ओर से जिस तरह की प्रतिक्रिया आई वो अप्रत्याशित थी। मलैया को शिकार करने आए थे खुद ही शिकार हो गए।