इंदौर। पीएससी की राज्यसेवा मुख्य परीक्षा के दौरान केंद्रों पर बरती जा रही अतिरिक्त सख्ती ने परीक्षार्थियों को खासा परेशान किया। मंगलवार को परीक्षा हॉल में प्रवेश देने से पहले घड़ी और आभूषण के साथ छात्राओं के टुपट्टे भी उतरवा लिए गए।
शहर में छह परीक्षा केंद्रों पर 3200 से ज्यादा उम्मीदवारों ने परीक्षा दी। इसमें 90 प्रतिशत से ज्यादा उपस्थिति रही। परीक्षा में उम्मीदवारों को किसी तरह के गहने, घड़ी, जूते, मोजे, बेल्ट, पर्स और धूप के चश्मे भी ले जाने की अनुमति नहीं थी।
तिलकपथ स्थित संस्कृत कॉलेज में वीक्षकों और पर्यवेक्षकों की टीम ने परीक्षार्थियों से कहा कि कलाई पर धागा बंधा रहा तो उन्हें प्रवेश नहीं दिया जाएगा। विरोध के बाद आखिर छात्रों रक्षासूत्र कटवा लिए। छात्राओं के दुपट्टे भी उतरवाए गए। उम्मीदवारों का कहना था रक्षासूत्र में नकल करने के उपकरण नहीं छुपाए जा सकते, ऐसे में पीएससी की यह मनमानी समझ से परे है।
बिंदु नंबर सात का हवाला
संस्कृत कॉलेज के प्राचार्य डॉ. विनायक पांडे के मुताबिक परीक्षा के लिए कॉलेज को सिर्फ केंद्र बनाया गया था। परीक्षा का संचालन पीएससी के निर्देशों और नियमों के अनुसार करवाना था। पीएससी ने लिखित तौर पर वीक्षकों को परीक्षा हॉल में प्रतिबंधित वस्तुओं के निर्देश दिए थे। बिंदु नंबर सात में स्पष्ट लिखा था कि परीक्षार्थी के हाथ पर किसी तरह के बैंड और बंधन भी नहीं होना चाहिए। पीएससी के अधिकारियों ने ही रक्षासूत्र काटे।