रिजर्व बैंक ने यूनिफायड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) मोबाइल एप पेश किया है। इससे आपका मोबाइल बैंक की तरह काम करेगा। इससे आप किसी भी बैंक के खाताधारक को मोबाइल या आधार नंबर के जरिये राशि भेज सकेंगे। इस एप को रिजर्व बैंक गवर्नर रघुराम राजन की उपस्थिति में मुंबई में पेश किया गया।
इस मौके पर एनपीसीआई के सलाहकार और इंफोसिस के सह-संस्थापक नंदन नीलकेणी भी उपस्थित थे। इससे आनलाइन खरीदारी भी बेहद आसान हो जाएगी। कई भुगतान कंपनियों ने भी इसे अपनाने की योजना बनाई है। इस एप के जरिये आटो और टैक्सी चालक भी आसानी से राशि ले सकेंगे। रघुराम राजन ने वर्ष 2013 में रिजर्व बैंक गवर्नर की कमान संभालते समय कहा था कि बैंकिंग को गांव और छोटे शहरों तक पहुंचाना और मोबाइल बैंकिंग को आसान बनाना उनकी पहली प्राथमिकता होगी।
उनके नेतृत्व में आरबीआई अब तक दो बैंक, 22 भुगतान बैंक, 10 छोटे बैकों का लाइसेंस के लिए अनुमति दे चुका है। इसमें से बंधन और आईडीएफसी बैंक शुरू भी हो चुके हैं।
कैसे करेगा काम
नेशनल पेमेंट कार्पोरेशन आफ इंडिया (एनपीसीआई) ने इसे तैयार किया है। इसे प्ले स्टोर से डाउनलोड कर सकते हैं। इसके बाद आपको एक आईडी बनानी होगी। इसके बाद अपने बैंक खाता और आधार नंबर से इसको जोड़ना होगा। राशि भेजने के लिए व्यक्ति का आधार नंबर लिखना होगा। इसके बाद सेंड बटन दबाते ही राशि खाते में चली जाएगी।
नया क्या है
जिस व्यक्ति को राशि भेजनी है उसका महज आधार या मोबाइल नंबर चाहिए जो बैंक खाते से जुड़ा होना चाहिए। वर्तमान में राशि भेजने के लिए व्यक्ति का नाम, खाता संख्या, आईएफएससी कोड आदि की जरूरत पड़ती है।
कितनी राशि भेज सकेंगे
इसके तहत 50 रुपये से एक लाख रुपये तक की राशि भेज सकेंगे। इससे जब चाहे राशि भेज सकते हैं क्योंकि यह 24 घंटे काम करता है।
एक मोबाइल में कई बैंक
यूआईपी एप को फिलहाल 10 बैंकों ने अपनाया है। ऐसे में अब आपको कई बैंकों के एप डाउनलोड करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। आप इस एप से कई बैंकों के खाते को जोड़ सकते हैं।
नंबर गेम
- 50 रुपये से एक लाख रुपये तक भेज सकेंगे
- 10 बैंकों ने फिलहाल इसे अपनाया है