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एक जून से शुरू होने वाले इस प्रोग्राम में हर रविवार बच्चों को हिंदू महाकाव्य के बारे में पढ़ाया जाएगा। बालागोकुलम की शुरुआत आएसएस ने साल 1975 में केरल में की थी, इसका रजिस्ट्रेशन राष्ट्रीय संस्कृति आंदोलन के तौर पर साल 1981 में करवाया गया था।
अंग्रेजी अखबार ईटी की रिपोर्ट के मुताबिक आरएसएस की केरल यूनिट द्वारा मेट्रो शहरों में कई क्लासेज चला रही है, केरल यूनिट से इन क्लासेज का अन्य शहरों और गावों में विस्तार करने के लिए कहा गया है। बच्चों के साथ जुड़ने और इन प्रोग्राम को हेड करने के लिए संघ प्रचारक और टीचर्स (विशेषकर इतिहास और भाषा के टीचर) ढूढ़ने के लिए कहा गया है। क्लासेज प्रचारकों के घर या सामुदायिक केंद्र में लगाई जाएंगी। ये क्लासेज सप्ताह में दो घंटे होंगी, जिसमें परंपरागत खेल, पुराण की कहानियां, भजन, श्लोक, देशभक्ति और अच्छे दोस्त बनाए जाने की शिक्षा दी जाएगी। साथ ही संस्कृत भाषा को भी बढ़ावा देने की कोशिश की जाएगी।