ग्वालियर। कलेक्टर डॉ. संजय गोयल के आदेश के बाद भी सेंट पॉल स्कूल में कक्षा 9 के छात्र नव्यांश प्रजापति को प्रवेश से रोका गया। इस बात की सूचना छात्र के अभिभावक हरीश प्रजापति और AIPA के अध्यक्ष सुधीर सप्रा ने कलेक्टर को फोन पर दी। कलेक्टर डॉ. गोयल ने तत्काल नगर निगम कमिश्नर अनय द्विवेदी को कार्रवाई के निर्देश दिए (चूंकि निगम कमिश्नर ही नगरीय क्षेत्र में स्कूल प्रबंधकों पर कार्रवाई के लिए जिम्मेदार होते हैं)। इसके बाद मुरार थाना के टीआई ने स्कूल प्राचार्य फादर एन जॉन जेवियर और छात्र को रोकने की आरोपी टीचर रचना उप्पल को थाने पर तलब किया। आनाकानी करने पर सादा ड्रेस में दो पुलिसकर्मी स्कूल पहुंचे। इसके बाद फादर जेवियर और टीचर उप्पल थाने आए।
अभिभावक हरीश प्रजापति की शिकायत पर सेंट पॉल स्कूल के फादर जेवियर से पूछताछ की गई। छात्र को प्रताड़ित करने, स्कूल में प्रवेश से रोकने आदि मामलों को लेकर उनका पक्ष सुना गया। यही सवाल टीचर रचना उप्पल से भी किए गए और उनके बयान भी दर्ज किए गए।
शिक्षा विभाग कर रहा है आरोपों की जांच
कलेक्टर की जनसुनवाई में अभिभावक हरीश प्रजापति ने शिकायत दर्ज कराई थी कि स्कूल प्रबंधक उनके बेटे नव्यांश को स्कूल से टीसी लेने को बाध्य कर रहा है। वजह बताई गई कि नव्यांश एक शरारती छात्र है, जिसके कारण दूसरे छात्रों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। स्कूल ने आंतरिक तौर पर ऐसे नियम बनाए हैं कि शरारती छात्रों को टीसी देकर स्कूल से निकाल दिया जाए। कलेक्टर ने आदेश दिए थे कि जब तक शिक्षा विभाग के अधिकारी शिकायत की जांच कर रहे हैं, तब तक छात्र को स्कूल में प्रवेश से नहीं रोका जाए। उसे स्कूल में पढ़ने दिया जाए, लेकिन स्कूल ने कलेक्टर के आदेश नहीं माने।
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जांच पूरी होने तक अगर सेंट पॉल स्कूल पुलिस-प्रशासन का सहयोग नहीं करेगा तो उनके खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की जाएगी। जांच के दौरान शिकायत सही पाई गई तो निश्चित तौर पर स्कूल मैनेजमेंट के खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा।
डॉ. संजय गोयल, कलेक्टर, ग्वालियर