
जिला अस्पताल में बुधवार देर रात को वार्ड नंबर सात में भर्ती मरीजों को एंटीबायोटिक एमपीसिलीन इंजेक्शन लगाए गए थे। वार्ड में करीब 40 मरीज भर्ती थे, जिनमें से 2 दर्जन मरीजों को एंटीबायोटिक इंजेक्शन लगाया गया था। परिजनों की मानें तो इंजेक्शन लगाते ही सभी मरीजों की तबियत खराब होने लगी। मरीजों के बेहोश होने और उल्टी की शिकायत के बाद अस्पताल में अफरातफरी मच गई। अस्पताल में मौजूद सारे डॉक्टरों ने मरीजों को दूसरी दवा देकर उन्हें राहत दिलाने की कोशिश की। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, इंजेक्शन लगाने से सविता नाम की एक महिला मरीज की मौत हो गई। हालांकि, जिला अस्पताल प्रशासन किसी भी महिला मरीज की इंजेक्शन की वजह से मौत से इंकार कर रहा है। वहीं सिविल सर्जन डॉ. एसबी सिंह के अनुसार पूरे मामले की जांच कराई जा रही है।