
मिट्टी का मटका उन्होंने शाहपुर से सौ रुपये में खरीदा है, लेकिन सिंहस्थ महाकुंभ के लिए प्रदेश सरकार ने साढ़े सात सौ रुपये में मटका खरीदा। उन्होंने कहा कि मेरे मुख्यमंत्री कार्यकाल में सिंहस्थ के लिए 350 करोड़ रुपये खर्च किए गए थे, पर शिवराज सिंह की सरकार ने 4000 करोड़ रुपये खर्च होना बताया है। दिग्विजय ने आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा की सरकार मप्र में राजनीति नहीं, बल्कि व्यवसाय कर रही है। यहां सरकार तो माफिया, सप्लायर और ठेकेदार चला रहे हैं।
केंद्र की मोदी सरकार के दो वर्ष पूरे होने पर उन्होंने कहा कि इस सरकार को दो वर्ष हो रहे हैं, लेकिन उपलब्धियां कहीं नजर नहीं आतीं। अर्थव्यवस्था मंदी के दौर से गुजर रही है और उद्योग-धंधे चौपट हो रहे हैं। दिल्ली के बाटला हाउस में हुई मुठभेड़ को लेकर किए गए सवाल पर उन्होंने कहा कि उस मुठभेड़ को वह आज भी फर्जी मानते हैं। उनका यह सवाल अब तक बना हुआ है कि किसी को मारी गई पांचों गोलियां सिर में ही लगें, यह कैसे संभव है?