सुधीर ताम्रकार/बालाघाट। बालाघाट पुलिस के हाथ नक्सलियों के 110 मददगारों की लिस्ट लगी है। इस लिस्ट में सरपंच, सचिव, शिक्षक, सडक एवं भवन ठेकेदार, फड मुंशी, ट्रांसपोर्टर, झोलाछाप डाक्टर, बांस ठेकेदार, तेदूपत्ता ठेकेदार और कुछ पत्रकार शामिल हैं। लिस्ट उस समय पुलिस के कब्जे में आई जब उसने नक्सलियों को रसद और सहायता पहुंचाने वाले 3 ग्रामीणों को गिरफ्तार किया।
बालाघाट पुलिस ने पुलिस चौकी पाथरी के नक्सल प्रभावित ग्राम जंगला के निवासियों को जिसमें धनश्याम पिता जेठू मरकाम उम्र 27 वर्ष निवासी जंगला, सवनी पति धनश्याम मरकाम उम्र 23 वर्ष निवासी ग्राम जंगला, मंशाराम पिता संतुसिह धुर्वे उम्र 25 वर्ष निवासी ग्राम जंगला को उनकी सदिग्ध भूमिका एवं संगम सदस्य तथा नक्सलियों के समर्थक होने के पुलिस को पुख्ता सबूत मिले है जिसके आधार पर उन्हें 16 मई 2016 को गिरफ्तार किया है।
ये लोग नक्सलियों की ग्रामीणों के साथ मीटिंग रखना, दैनिक उपयोग की सामग्री, मेडिसीन, विस्फोट करने में सहायक सामग्री, बाजार से खरीदकर पहुचाने एवं घर से खादय सामग्री दाल, चावल आटा एकत्र कर उन्हें पहुचाने का काम करते थे। पुलिस मूवमेंट की जानकारी भी ये नक्सलियों तक पहुंचाते थे।
गिरफ्तार किये गये लोगों के निवास से भारी मात्रा में नक्सली साहित्य पाम्पलेट पोस्टर बैनर पर्चे लाल रंग का कपडा़ पेंट ब्रश स्केच पेन ताश नक्सलियों को दी जाने वाली दैनिक उपयोग की सामग्री, विस्फोट में उपयोग होने वाली सामग्री बैटरी वायर आदि जप्त किया है।
इनके पास से पुलिस को दो डायरी प्राप्त हुई है जिसमें संगम सदस्य तथा नक्सली समर्थक करीब 110 लोगों के नाम है जो बालाघाट जिले के विभिन्न क्षेत्रों के रहने वाले है। इनमें सरपंच, सचिव, शिक्षक, सडक एवं भवन ठेकेदार, फड मुंशी, ट्रांसपोर्टर, झोलाछाप डाक्टर, बांस ठेकेदार, तेदूपत्ता ठेकेदार और कुछ पत्रकार शामिल है जो संगम सदस्य होकर प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष नक्सलियों का समर्थन करते हुये उनकी मदद कर रहे है।
पुलिस अब इन डायरियों में दर्ज नामों की जांच कर रही है। माना जा रहा है कि शीघ्र ही बालाघाट में सक्रिय नक्सलियों का बड़ा नेटवर्क ध्वस्त किया जा सकेगा।